आओ मेरी सखियो, मुझे मेहंदी लगा दो


आओ मेरी सखियो, मुझे मेहंदी लगा दो

ऐसे वर को क्या वरु,
जो जनमे और मर जाये
वरीये गिरिधर लाल को,
छु लो अमर हो जाये


आओ मेरी सखियो, मुझे मेहंदी लगा दो
मेहंदी लगा दो, मुझे सुन्दर सजा दो

मुझे श्याम सुन्दर की दुल्हन बना दो
मुझे श्याम सुन्दर की दुल्हन बना दो


सतसंग मे मेरी.. बात चलाई
सतगुरु ने मेरी किन्ही रे सगाई

उनको बुला के हथलेवा तो करा दो
मुझे श्याम सुन्दर की दुल्हन बना दो


ऐसी पहनू चूड़ी जो कभी ना टूटे
ऐसा वरु दूल्हा जो कभी ना छूटे

अटल सुहाग की बिंदिया लगा दो
मुझे श्याम सुन्दर की दुल्हन बना दो


भक्ति का सुरमा मैं आँख मे लगाउंगी
दुनिया से नाता तोड़, उन्ही की हो जाऊँगी

सतगुरु को बुला के फेरे तो पडवा दो
मुझे श्याम सुन्दर की दुल्हन बना दो


बांध के घुँघरू मै उनको रिझाउँगी
ले के इक तारा मै श्याम श्याम गाऊँगी

सखियों को बुलाके डोली तो सजवा दो
सतगुरु को बुला के बिदा तो करा दो
मुझे श्याम सुन्दर की दुल्हन बना दो


आओ मेरी सखियो, मुझे मेहंदी लगा दो
मेहंदी लगा दो, मुझे सुन्दर सजा दो
मुझे श्याम सुन्दर की दुल्हन बना दो
मुझे श्याम सुन्दर की दुल्हन बना दो


Mujhe Shyam Sunder Ki Dulhan Bana Do

Shri Mridul Krishna Shastri


Shri Devkinandan Thakur


Krishna Bhajan