श्याम तेरे ही भरोसे, मेरा परिवार है


श्याम तेरे ही भरोसे

श्याम तेरे ही भरोसे,
मेरा परिवार है।
तू ही मेरी नाव का मांझी,
तू ही पतवार है॥

श्याम तेरे ही भरोसे,
मेरा परिवार है


हो अगर अच्छा माझी,
नाव फिर पार होती।
किसी की बीच भँवर में,
फिर न दरकार होती। – 2

अब तो तेरे हवाले,
मेरा घर बार है॥

श्याम तेरे ही भरोसे,
मेरा परिवार है


मैंने अब छोड़ी चिंता,
तेरा जो साथ पाया।
तुझको जब भी पुकारा,
अपने ही पास पाया। – 2

मुझपर अहसान तेरा,
कान्हा बेशुमार है॥

श्याम तेरे ही भरोसे,
मेरा परिवार है


मुझको अपनों से बढ़कर,
सहारा तुमने दिया।
जिंदगी भर जीने का,
गुजारा तुमने दिया। – 2

मुझ पर तो श्याम तेरा,
बड़ा उपकार है॥

श्याम तेरे ही भरोसे,
मेरा परिवार है


तू ही मेरी नाव का मांझी,
तू ही पतवार है।
श्याम तेरे ही भरोसे,
मेरा परिवार है


Shyam Tere Hi Bharose

Hari Sharma Ji


Krishna Bhajan