प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला


प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला

प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला,
तेरे नाम की मैं जपूं रोज माला।

प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला,
तेरे नाम की मैं जपूं रोज माला।
अब तो मनो कामना है यह मेरी,
जिधर देखूं आए नज़र डमरू वाला॥

प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला,
तेरे नाम की मैं जपूं रोज माला।


कहीं और क्यूँ ढूँढने तुझ को जाऊं,
प्रभु मन के भीतर ही मैं तुझ को पाऊं।
यह मन का शिवाला हो सब से निराला,
जिधर देखूं आए नज़र डमरू वाला॥

प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला,
तेरे नाम की मैं जपूं रोज माला।


भक्ति पे अपनी है विश्वास मुझको,
बनाएगा चरणों का तू दास मुझको।
मैं तुझ से जुदा अब नहीं रहने वाला,
जिधर देखूं आए नज़र डमरू वाला॥

प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला,
तेरे नाम की मैं जपूं रोज माला।


तू दर्पण सा उजला मेरे मन को करदे,
तू अपना उजाला मेरे मन में भरदे।
हैं चारो दिशाओं में तेरा उजाला,
जिधर देखूं आए नज़र डमरू वाला॥

प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला,
तेरे नाम की मैं जपूं रोज माला।
अब तो मनो कामना है यह मेरी,
जिधर देखूं आए नज़र डमरू वाला॥


Prabhu Mere Man Ko Bana De Shivala

Hariharan


Shiv Bhajan