माता वैष्णो के आए नवरात्रे


माता वैष्णो के आए नवरात्रे

मालिने बनादे एक सेहरा नी,
सेहरा नी
माता वैष्णो के आए नवरात्रे।

माता वैष्णो के आए नवराते नी
शेरावाली माँ के आए नवरात्रे।


दिल नाचता ख़ुशी से मेरा नी,
मेरा नी
माता वैष्णो के आए नवरात्रे॥

मालिने बनादे एक सेहरा नी,
सेहरा नी
माता वैष्णो के आए नवराते।


फूल श्रद्धा के होएंगे जब अर्पण,
शुद्ध होएगा रे मनवा का दर्पण।

जब चरणों में झुकेगी यह भावना,
हो जाएगी रे पूरी मनोकामना।

होगा जिंदगी में नया सवेरा नी,
सवेरा नी
माता वैष्णो के आए नवराते॥

मालिने बनादे एक सेहरा नी,
सेहरा नी
माता वैष्णो के आए नवरात्रे।


शुद्ध भाव की जगेगी जब ज्योति,
माँ ममता के देगी हमें मोती।

गंगा भवनों में भक्ति की बहेगी,
आस कोई ना अधूरी यहाँ रहेगी।

मिट जायेगा दुखो का अन्धेरा नी,
अन्धेरा नी
माता वैष्णो के आए नवराते॥

मालिने बनादे एक सेहरा नी,
सेहरा नी
माता वैष्णो के आए नवरात्रे।


माँ सन्मुख देगी हमें दर्शन
फल भक्तों को देगा यह अर्चन।

शीश निष्ठा से जो भी झुकाएंगे
काज सबके ही सिद्ध हो जाएंगे।

टूट जाएगा मुसीबतों का घेरा नी,
घेरा नी
माता वैष्णो के आए नवरात्रे॥

मालिने बनादे एक सेहरा नी,
सेहरा नी
माता वैष्णो के आए नवराते।


माता वैष्णो के आए नवरात्रे नी
शेरावाली माँ के आए नवरात्रे।

दिल नाचता ख़ुशी से मेरा नी,
मेरा नी
माता वैष्णो के आए नवरात्रे॥

मालिने बनादे एक सेहरा नी,
सेहरा नी
माता वैष्णो के आए नवरात्रे।


Mata Vaishno ke Aaye Navrate


Durga Bhajan