माता रानी का ध्यान धरिये
माता रानी का ध्यान धरिये,
काम जब भी कोई करिए॥
जय माता दी, जय माता दी
मिल के सब जन बोलो, बोलो
जय माता दी, जय माता दी
मिल के सब जन बोलो
माता रानी का ध्यान धरिये
काम जब भी कोई करिए
कोई मुश्किल हो पल में टलेगी,
हर जगह पे सफलता मिलेगी।
सच्चे दिल से प्रणाम करिए,
काम जब भी कोई करिए॥
जय माता दी, जय माता दी..
माता रानी का ध्यान धरिये,
काम जब भी कोई करिए॥
रूप इनका सबसे निराला,
इसी रूप से है जग में उजाला।
नाम इनका सदा सुमरिये,
काम जब भी कोई करिए॥
जय माता दी, जय माता दी..
माता रानी का ध्यान धरिये
काम जब भी कोई करिए॥
देवी माँ की करो दिल से भक्ति,
भक्ति देती है जीने की शक्ति।
जग में फिर न किसी से डरिये,
काम जब भी कोई करिए॥
जय माता दी, जय माता दी..
माता रानी का ध्यान धरिये,
काम जब भी कोई करिए॥
माता रानी का ध्यान धरिये
काम जब भी कोई करिए॥
Mata Rani Ka Dhyan Dhariye
Durga Bhajan
- अम्बे तू है जगदम्बे काली - दुर्गा माँ की आरती
- या देवी सर्वभूतेषु मंत्र - दुर्गा मंत्र - अर्थ सहित
- अयि गिरिनंदिनि - महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र
- जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी
- दुर्गा चालीसा - नमो नमो दुर्गे सुख करनी
- जगजननी जय जय माँ - अर्थसहित
- जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय
- आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं
- आये तेरे भवन, देदे अपनी शरण
- भोर भई दिन चढ़ गया, मेरी अम्बे
- मन लेके आया मातारानी के भवन में
- माँ जगदम्बा की करो आरती
- आरती माँ आरती, नवदुर्गा तेरी आरती
- मंगल की सेवा सुन मेरी देवा - कालीमाता की आरती
- मात अंग चोला साजे, हर एक रंग चोला साजे
- धरती गगन में होती है, तेरी जय जयकार
- अयि गिरिनन्दिनि अर्थसहित - महिषासुरमर्दिनी स्तोत्र अर्थ सहित
- दुर्गे दुर्घट भारी तुजविण संसारी
- कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे
- तेरे दरबार में मैया ख़ुशी मिलती है
- सच्ची है तू सच्चा तेरा दरबार
- मन तेरा मंदिर आखेँ दिया बाती
- चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है
- तुने मुझे बुलाया, शेरावालिये