माँ जगदम्बा की करो आरती
जगदम्बा की करो आरती
माँ जगदम्बा की करो आरती
माँ जगदम्बा की करो आरती
जगदम्बा की करो आरती
आओ प्रतिभारत भारत जन,
आओ भारत प्रभा भारती।
माँ जगदम्बा की करो आरती,
जगदम्बा की करो आरती।
देवी माँ की करो आरती,
जगदम्बा की करो आरती।
हरियाली धरती की थाली,
उषा संध्या कुमकुम लाली।
दीपशिखा हर एक कली की,
सूरजकी किरणों ने बाली l
आओ प्रतिभारत भारत जन,
आओ प्रतिभारत भारत जन,
आओ भारत प्रभा भारती।
माँ जगदम्बा की करो आरती,
देवी माँ की करो आरती।
मानस मंदिर हो उजियारा,
मानव को मानव हो प्यारा।
सब सुख आए, सब दुःख जाए,
क्षीर सिंधु हो सागर खारा।
आओ प्रतिभारत भारत जन,
आओ प्रतिभारत भारत जन,
आओ भारत प्रभा भारती।
माँ जगदम्बा की करो आरती,
देवी माँ की करो आरती।
शांति धरा पर शांति गगन में,
शांति बिराजे मानव मन में।
अंतरिक्ष में शांति सनातन,
शांति बिराजे जगजीवन में।
आओ प्रतिभारत भारत जन,
आओ प्रतिभारत भारत जन,
आओ भारत प्रभा भारती।
माँ जगदम्बा की करो आरती,
देवी माँ की करो आरती।
देवी माँ…, देवी माँ…
देवी माँ…, देवी माँ…
माँ जगदम्बा की करो आरती,
देवी माँ की करो आरती,
जगदम्बा की करो आरती।
Maa Jagdamba Ki Karo Aarti
Lata Mangeshkar
Durga Bhajan
- अम्बे तू है जगदम्बे काली - दुर्गा माँ की आरती
- या देवी सर्वभूतेषु मंत्र - दुर्गा मंत्र - अर्थ सहित
- अयि गिरिनंदिनि - महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र
- जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी
- दुर्गा चालीसा - नमो नमो दुर्गे सुख करनी
- जगजननी जय जय माँ - अर्थसहित
- जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय
- आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं
- आये तेरे भवन, देदे अपनी शरण
- भोर भई दिन चढ़ गया, मेरी अम्बे
- मन लेके आया मातारानी के भवन में
- माँ जगदम्बा की करो आरती
- आरती माँ आरती, नवदुर्गा तेरी आरती
- मंगल की सेवा सुन मेरी देवा - कालीमाता की आरती
- मात अंग चोला साजे, हर एक रंग चोला साजे
- धरती गगन में होती है, तेरी जय जयकार
- अयि गिरिनन्दिनि अर्थसहित - महिषासुरमर्दिनी स्तोत्र अर्थ सहित
- दुर्गे दुर्घट भारी तुजविण संसारी
- कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे
- तेरे दरबार में मैया ख़ुशी मिलती है
- सच्ची है तू सच्चा तेरा दरबार
- मन तेरा मंदिर आखेँ दिया बाती
- चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है
- तुने मुझे बुलाया, शेरावालिये