दे माँ, निज चरणों का प्यार
जय जय माँ, जय माँ
जय जय माँ, जय माँ
दे माँ, निज चरणों का प्यार
दे माँ, निज चरणों का प्यार
जय जय माँ, जय माँ
जय जय माँ, जय माँ
पूर्ण प्रेम दे, अमर स्नेह दे,
दिव्य शान्ति दे, आनन्द भी दे।
पूजा करूँ सदा मैं तेरी,
पूजा करूँ सदा मैं तेरी,
दे सुमिरन का आधार॥
दे माँ, निज चरणों का प्यार
दे माँ, निज चरणों का प्यार
जय जय माँ, जय माँ
जय जय माँ, जय माँ
तुझ को जानूँ, तुझ को मानूँ,
तुझ पर ही निज जीवन वारूँ।
ध्यान रहे तेरा ही निस-दिन,
ध्यान रहे तेरा ही निस-दिन,
दे भक्ति का उपहार॥
दे माँ, निज चरणों का प्यार
दे माँ, निज चरणों का प्यार
जय जय माँ, जय माँ
जय जय माँ, जय माँ
हृदय अभीप्सा से जाग्रत हो,
अभय हस्त मेरे सिर पर हो।
दिव्य प्रेम से ओत प्रोत हो,
दिव्य प्रेम से ओत प्रोत हो,
जीवन का पारावार॥
दे माँ, निज चरणों का प्यार
दे माँ, निज चरणों का प्यार
जय जय माँ, जय माँ
जय जय माँ, जय माँ
De Maa, Nij Charno Ka Pyar
Jagjit Singh
Durga Bhajan
- अम्बे तू है जगदम्बे काली - दुर्गा माँ की आरती
- या देवी सर्वभूतेषु मंत्र - दुर्गा मंत्र - अर्थ सहित
- अयि गिरिनंदिनि - महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र
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- जगजननी जय जय माँ - अर्थसहित
- जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय
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- माँ जगदम्बा की करो आरती
- आरती माँ आरती, नवदुर्गा तेरी आरती
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- धरती गगन में होती है, तेरी जय जयकार
- अयि गिरिनन्दिनि अर्थसहित - महिषासुरमर्दिनी स्तोत्र अर्थ सहित
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- कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे
- तेरे दरबार में मैया ख़ुशी मिलती है
- सच्ची है तू सच्चा तेरा दरबार
- मन तेरा मंदिर आखेँ दिया बाती
- चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है
- तुने मुझे बुलाया, शेरावालिये