Suraj Ki Garmi Se Jalte Huye Tan Ko – Lyrics in Hindi


सूरज की गर्मी से जलते हुए तन को

जैसे सूरज की गर्मी से जलते हुए तन को
मिल जाये तरुवर की छाया।

जैसे सूरज की गर्मी से जलते हुए तन को
मिल जाये तरुवर की छाया।
ऐसा ही सुख मेरे मन को मिला है,
मैं जब से शरण तेरी आया, मेरे राम॥

सूरज की गर्मी से जलते हुए तन को
मिल जाये तरुवर की छाया।


भटका हुआ मेरा मन था कोई
मिल ना रहा था सहारा।
लहरों से लडती हुई नाव को जैसे,
मिल ना रहा हो किनारा।

उस लडखडाती हुई नाव को जो
किसी ने किनारा दिखाया।
ऐसा ही सुख मेरे मन को मिला है,
मैं जब से शरण तेरी आया, मेरे राम॥

सूरज की गर्मी से जलते हुए तन को
मिल जाये तरुवर की छाया


शीतल बने आग चन्दन के जैसी
राघव कृपा हो जो तेरी।
उजयाली पूनम की हो जाये राते
जो थी अमावस अँधेरी॥

युग युग से प्यासी मुरुभूमि ने
जैसे सावन का संदेस पाया।
ऐसा ही सुख मेरे मन को मिला है,
मैं जब से शरण तेरी आया, मेरे राम॥

सूरज की गर्मी से जलते हुए तन को
मिल जाये तरुवर की छाया


जिस राह की मंजिल तेरा मिलन हो
उस पर कदम मैं बढ़ाऊं।
फूलों मे खारों मे, पतझड़ बहारो मे
मैं ना कभी डगमगाऊँ॥

पानी के प्यासे को तकदीर ने
जैसे जी भर के अमृत पिलाया।
ऐसा ही सुख मेरे मन को मिला है,
मैं जब से शरण तेरी आया, मेरे राम॥

सूरज की गर्मी से जलते हुए तन को
मिल जाये तरुवर की छाया।
ऐसा ही सुख मेरे मन को मिला है,
मैं जब से शरण तेरी आया, मेरे राम॥

सूरज की गर्मी से जलते हुए तन को
मिल जाये तरुवर की छाया।


Suraj Ki Garmi Se Jalte Huye Tan Ko

1. Sharma Bandhu – fim: Parinay (1974)

2. Anup Jalota


Prayer Songs – Prayers



Suraj Ki Garmi Se Jalte Huye Tan Ko – Lyrics in English


Suraj Ki Garmi Se Jalte Huye Tan Ko

Jaise, Suraj ki garmi se jalte hue tan ko
mil jaaye taruvar ki chhaaya
Aisa hi sukh mere man ko mila hai,
main jab se sharan teri aaya, mere Ram

Suraj ki garmi se jalte hue tan ko
mil jaaye taruvar ki chhaaya

Bhataka hua mera man tha koi
mil na raha tha sahara
Laharon se ladti hui naav ko jaise,
mil na raha ho kinara

Us ladakhadaati hui naav ko jo
kisi ne kinaara dikhaaya
Aisa hi sukh mere man ko mila hai,
main jab se sharan teri aaya, mere Ram

Suraj ki garmi se jalte hue tan ko
mil jaaye taruvar ki chhaaya

Shital bane aag chandan ke jaisi
Raaghav kripa ho jo teri
Ujayaali poonam ki ho jaaye raate
jo thi amaavas andheri

Yug yug se pyaasi murubhoomi ne
jaise saavan ka sandes paaya
Aisa hi sukh mere man ko mila hai,
main jab se sharan teri aaya, mere Ram

Suraj ki garmi se jalte hue tan ko
mil jaaye taruvar ki chhaaya

Jis raah ki manjil tera milan ho
us par kadam main badhaoon
Phoolon me khaaron me,
patjhad bahaaro me
mai na kabhi dag-magaoo

Paani ke pyaase ko takadir ne
Jaise ji bhar ke amrit pilaaya
Aisa hi sukh mere man ko mila hai,
main jab se sharan teri aaya, mere Ram

Suraj ki garmi se jalte hue tan ko
mil jaaye taruvar ki chhaaya
Aisa hi sukh mere man ko mila hai,
main jab se sharan teri aaya, mere Ram


Suraj Ki Garmi Se Jalte Huye Tan Ko

1. Sharma Bandhu – fim: Parinay (1974)

2. Anup Jalota


Prayer Songs – Prayers



Hey Ram, Hey Ram, Jag Me Sacho Tera Naam – Lyrics in Hindi


हे राम, हे राम, जग में सांचो तेरो नाम

हे राम, हे राम – हे राम, हे राम
जग में सांचो तेरो नाम
हे राम, हे राम – हे राम, हे राम


तू ही माता, तू ही पिता है
तू ही तो है राधा का श्याम
हे राम, हे राम – हे राम, हे राम


तू अंतर्यामी, सबका स्वामी
तेरे चरणों में चारो धाम
हे राम, हे राम – हे राम, हे राम


तू ही बिगाड़े, तू ही संवारे
इस जग के सारे काम
हे राम, हे राम – हे राम, हे राम


तू ही जगदाता, विश्वविधाता
तू ही सुबह, तू ही शाम
हे राम, हे राम – हे राम, हे राम


हे राम, हे राम – हे राम, हे राम
जग में सांचो तेरो नाम
हे राम, हे राम – हे राम, हे राम


Hey Ram, Hey Ram, Jag Me Sacho Tera Naam

Jagjit Singh


Ram Bhajan



राम नाम जप

नामकी महिमा अपार है। यह भगवानकी प्रत्यक्ष विभूति है। नामजपके अमित प्रभावसे डाकू रत्नाकर महर्षि वाल्मीकि बन गये।

आशुतोष भगवान् शंकरने नामजपके प्रभावसे ही हलाहलको कण्ठमें धारण कर लिया और नीलकण्ठ बनकर संसारको भस्मीभूत होनेसे बचा लिया।

भगवन्नामकी ऐसी अपार महिमाको समझकर जो नाम-जपका आश्रय लेते हैं, उनका यह लोक और परलोक दोनों आनन्दसे परिपूर्ण हो जाते हैं।

नामके प्रभावसे असंख्य साधकोंको चमत्कारमयी सिद्धियाँ प्राप्त हुईं। साधारण मानव यदि महान् विपत्तियों और दुर्निवार संकटोंके आनेपर भगवन्नाम स्मरणका सहारा ले तो निश्चय ही उसको संकटोंसे मुक्ति मिल जाती है।

नामजपके प्रभावसे ही भक्तशिरोमणि बालक प्रह्लादको धधकती हुई ज्वाला भस्म नहीं कर सकी, बालक ध्रुवको अविचल पदवी प्राप्त हुई।

नामजपके प्रभावसे महावीर हनुमानजीने रामको अपना ऋणिया बनाकर अपने वशमें कर लिया।

इस घोर कलिकालमें भी जो बड़भागी भगवन्नामका आश्रय नहीं छोड़ते, उनके सभी शास्त्रानुमोदित कार्य सफल होते हैं । भगवन्नामके प्रभावसे माता और पिताकी भाँति सदैव उनकी अलक्षित रूपसे सुरक्षा होती रहती है।

मानव-जीवनके कल्याणका सर्वसुलभ एवं सर्वोत्तम साधन नामजप ही है। इसलिए तापसंतप्त मानवके लिये ईश्वरके नाम जापसे अधिक सरल सुगम कोई अन्य उपाय और साधन नहीं है।

नामजपकी अपार महिमाका वर्णन लेखनी और वाणीसे सम्भव नहीं है। उसकी सुखद अनुभूति तो इस पथके पथिकको अर्थात भक्तिपूर्वक नाम जप करनेवाले को ही हो सकती है।


Ram Bhajan



Hey Ram, Hey Ram, Jag Me Sacho Tera Naam – Lyrics in English


Hey Ram, Hey Ram, Jag Me Sacho Tera Naam

Hey Ram, Hey Ram
Hey Ram, Hey Ram
Jag mein sacho tero naam

Hey Ram, Hey Ram
Hey Ram, Hey Ram


Tu hi mata, tu hi pita hai
Tu hi to hai Radha ka Shyam
Hey Ram, Hey Ram
Hey Ram, Hey Ram


Tu antaryami, sabka swami
Tere charno men charo dhaam
Hey Ram, Hey Ram
Hey Ram, Hey Ram


Tu hi bigade, tu hi sawaren
Iss jag ke sare kaam
Hey Ram, Hey Ram
Hey Ram, Hey Ram


Tu hi jagdata, vishwavidhata
Tu hi subah, tuhi shaam
Hey Ram, Hey Ram
Hey Ram, Hey Ram


Hey Ram, Hey Ram – Hey Ram, Hey Ram
Jag mein sancho tero naam
Hey Ram, Hey Ram – Hey Ram, Hey Ram


Hey Ram, Hey Ram, Jag Me Sacho Tera Naam

Jagjit Singh


Ram Bhajan



Ram Kahani, Suno Re Ram Kahani


Ram Bhajan

राम कहानी, सुनो रे राम कहानी


राम कहानी, सुनो रे राम कहानी
राम कहानी, सुनो श्री राम कहानी
कहत सुनत आवे, अंखियो में पानी।

राम कहानी, सुनो रे राम कहानी
राम कहानी, सुनो श्री राम कहानी
श्री राम, जय राम, जय जय राम
श्री राम, जय राम, जय जय राम

दशरथ के राज दुलारे,
कौशल्या की आँख के तारे।
वे सूर्य वंश के सूरज,
वे रघुकुल के उजियारे।
राजीव नयन बोलें,
मधुभरी वाणी॥

राम कहानी, सुनो श्री राम कहानी
राम कहानी, सुनो रे राम कहानी
श्री राम, जय राम, जय जय राम
श्री राम, जय राम, जय जय राम

शिव धनुष भंग प्रभु करके,
ले आए सीता वर के।
घर त्याग भये वनवासी,
पित की आज्ञा सर धर के।
लखन सिया ले संग,
छोड़ी रजधानी॥

राम कहानी, सुनो श्री राम कहानी
राम कहानी, सुनो रे राम कहानी
श्री राम, जय राम, जय जय राम
श्री राम, जय राम, जय जय राम

खल भेष भिक्षु का धर के,
भिक्षा का आग्रह करके।
उस जनक सुता सीता को,
छल बल से ले गया हर के।
बड़ा दुःख पावे,
राजा राम जी की रानी

राम कहानी, सुनो श्री राम कहानी
राम कहानी, सुनो रे राम कहानी
श्री राम, जय राम, जय जय राम
श्री राम, जय राम, जय जय राम

श्री राम ने मोहे पठायो,
मैं राम दूत बन आयो।
सीता माँ की सेवा में,
रघुवर का संदेसा लायो।
और संग लायो,
प्रभु मुद्रिका निसानी॥

राम कहानी, सुनो श्री राम कहानी
राम कहानी, सुनो रे राम कहानी
श्री राम, जय राम, जय जय राम
श्री राम, जय राम, जय जय राम

Ram Kahani, Suno Re Ram Kahani
Ram Kahani, Suno Re Ram Kahani

राम कहानी, सुनो रे राम कहानी
श्री राम, जय राम, जय जय राम

Ram Bhajans

Ram Kahani, Suno Re Ram Kahani

Shri Ravindra Jain

https://www.youtube.com/watch?v=G7L-9HGy_e8

Ram Kahani, Suno Re Ram Kahani

Ram kahani, suno re ram kahani
Ram kahani, suno Shri Ram kahani
Kahat sunat aave, ankhiyo mein paani

Ram kahani, suno re Ram kahani
Ram kahani, suno Shri Ram kahani
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram

Dasharath ke raaj dulaare,
kaushalya ki aankh ke taare
ve surya vansh ka suraj,
ve raghukul ke ujiyaare
raajiv nayan bole
madhubhari vaani.

Ram kahani, suno Shri Ram kahani
Ram kahani, suno re Ram kahani
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram

Shiv dhanush bhang prabhu karke,
le aaya Sita var ke.
Ghar tyaag bhaye vanvaasi,
pita ka aadesh sar dhar ke.
Lakhan Siya le saath,
chhodi rajdhani

Ram kahani, suno Shri Ram kahani
Ram kahani, suno re ram kahani
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram

Khal bhesh bhikshu ka dhar ke,
bhiksha ka aagrah karke.
Us janak suta Sita ko,
chhal bal se le gaya har ke.
Bada duhkh paave,
raja Ram ji ki raani.

Ram kahani, suno Shri Ram kahani
Ram kahani, suno re Ram kahani
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram

Shri Ram ne mohe pathayo,
main Ram doot ban aayo.
Sita maa ki seva mein,
Raghuvar ka sandesa layo.
Aur saath layo,
prabhu mudrika nisaani

Ram kahani, suno Shri Ram kahani
Ram kahani, suno re ram kahani
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram

Ram Kahani, Suno Re Ram Kahani
Ram Kahani, Suno Re Ram Kahani

Ram kahani, suno re ram kahani
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram

Ram Bhajans – 1


दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया

दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया॥
दो दिन का जीवन प्राणी, कर ले विचार तू।
प्यारे प्रभु को अपने मन में निहार तू।


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Data Ek Ram, Bhikhari Saari Duniya Lyrics

राम रमैया गाए जा

राम रमैया गाए जा,
राम से लगन लगाए जा।
राम ही तारे राम उभारे,
राम नाम दोहराए जा।


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Ram Ramaiya Gaye Ja Lyrics

भए प्रगट कृपाला, दीनदयाला – अर्थसहित

भए प्रगट कृपाला, दीनदयाला,
कौसल्या हितकारी।
हरषित महतारी, मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप बिचारी॥
लोचन अभिरामा, तनु घनस्यामा,
निज आयुध भुजचारी।


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Bhaye Pragat Kripala, Deen Dayala – Meaning Lyrics

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Jay Jay Surnayak Jan Sukhdayak with Meaning


Ram Bhajan

जय जय सुरनायक, जन सुखदायक – अर्थसहित


देवताओं द्वारा प्रभु श्री राम के अवतार के लिए प्रार्थना (अवतार हेतु निवेदन)


जय जय सुरनायक, जन सुखदायक,
प्रनतपाल भगवंता।
गो द्विज हितकारी, जय असुरारी,
सिधुंसुता प्रिय कंता॥
  • जय जय – आपकी जय हो! जय हो!!
  • सुरनायक – हे देवताओंके स्वामी,
  • जन सुखदायक – सेवकोंको सुख देनेवाले,
  • प्रनतपाल भगवंता – शरणागतकी रक्षा करनेवाले भगवान्!
  • गो द्विज हितकारी – हे गोब्राह्मणोंका हित करनेवाले,
  • जय असुरारी – असुरोंका विनाश करनेवाले,
  • सिधुंसुता प्रिय कंता – समुद्रकी कन्या ( श्रीलक्ष्मीजी) के प्रिय स्वामी!
    आपकी जय हो ।

हे देवताओंके स्वामी, सेवकोंको सुख देनेवाले, शरणागतकी रक्षा करनेवाले भगवान्! आपकी जय हो! जय हो!!
हे गोब्राह्मणोंका हित करनेवाले, असुरोंका विनाश करनेवाले, श्रीलक्ष्मीजी के प्रिय स्वामी! आपकी जय हो।

पालन सुर धरनी, अद्भुत करनी,
मरम न जानइ कोई।
जो सहज कृपाला, दीनदयाला,
करउ अनुग्रह सोई॥
  • पालन सुर धरनी – हे देवता और पृथ्वीका पालन करनेवाले!
  • अद्भुत करनी – आपकी लीला अद्भुत है,
  • मरम न जानइ कोई – उसका (आपकी लीला का) भेद कोई नहीं जानता।
  • जो सहज कृपाला – ऐसे जो स्वभावसे ही कृपालु और
  • दीनदयाला – दीनदयालु हैं
  • करउ अनुग्रह सोई – वे ही हमपर कृपा करें।

हे देवता और पृथ्वीका पालन करनेवाले! आपकी लीला अद्भुत है, उसका भेद कोई नहीं जानता ।
ऐसे जो स्वभावसे ही कृपालु और दीनदयालु हैं, वे ही हमपर कृपा करें।

जय जय अबिनासी, सब घट बासी
ब्यापक परमानंदा।
अबिगत गोतीतं चरित पुनीतं,
मायारहित मुकुंदा॥
  • जय जय – आपकी जय हो! जय हो!!
  • अबिनासी – हे अविनाशी,
  • सब घट बासी – सबके हृदयमें निवास करनेवाले ( अन्तर्यामी),
  • ब्यापक – सर्वव्यापक,
  • परमानंदा – परम आनन्दस्वरूप
  • अबिगत गोतीतं – अज्ञेय, इन्द्रियोंसे परे,
  • चरित पुनीतं – पवित्र चरित्र
  • मायारहित – मायासे रहित
  • मुकुंदा – मुकुन्द (मोक्षदाता)

हे अविनाशी, सबके हृदयमें निवास करनेवाले (अन्तर्यामी), सर्वव्यापक, परम आनन्दस्वरूप,
अज्ञेय, इन्द्रियोंसे परे, पवित्रचरित्र, मायासे रहित मुकुन्द (मोक्षदाता)! आपकी जय हो! जय हो!!

जेहि लागि बिरागी अति अनुरागी
बिगतमोह मुनिबृंदा।
निसि बासर ध्यावहिं गुन गन गावहिं,
जयति सच्चिदानंदा॥
  • जेहि लागि बिरागी – इस लोक और परलोकके सब भोगोंसे विरक्त मुनि
  • अति अनुरागी – अत्यन्त अनुरागी (प्रेमी) बनकर तथा
  • बिगतमोह मुनिबृंदा – मोहसे सर्वथा छूटे हुए ज्ञानी (मुनिवृन्द) भी
  • निसि बासर ध्यावहिं गुन गन गावहिं – जिनका रातदिन ध्यान करते हैं और जिनके गुणोंके समूहका गान करते हैं,
  • जयति सच्चिदानंदा – उन सच्चिदानन्दकी जय हो।

(इस लोक और परलोकके सब भोगोंसे) विरक्त तथा मोहसे सर्वथा छूटे हुए (ज्ञानी) मुनिवृन्द भी अत्यन्त अनुरागी (प्रेमी) बनकर जिनका रातदिन ध्यान करते हैं और
जिनके गुणोंके समूहका गान करते हैं, उन सच्चिदानन्दकी जय हो ।

जेहिं सृष्टि उपाई त्रिबिध बनाई,
संग सहाय न दूजा।
सो करउ अघारी चिंत हमारी,
जानिअ भगति न पूजा॥
  • जेहिं सृष्टि उपाई – जिन्होंने सृष्टि उत्पत्र की,
  • त्रिबिध बनाई – स्वयं अपनेको त्रिगुणरूप (ब्रह्मा, विष्णु शिवरूप) बनाकर
  • संग सहाय न दूजा – बिना किसी दूसरे संगी अथवा सहायताके
  • सो करउ अघारी – वे पापोंका नाश करनेवाले भगवान्
  • चिंत हमारी – हमारी सुधि लें
  • जानिअ भगति न पूजा – हम न भक्ति जानते हैं, न पूजा

जिन्होंने बिना किसी दूसरे संगी अथवा सहायकके अकेले ही बनाकर( या स्वयं अपनेको त्रिगुणरूप – ब्रह्मा, विष्णु शिवरूप में प्रगट कर), अथवा बिना किसी उपादानकारणके अर्थात् स्वयं ही सृष्टिका कारण बनकर तीन प्रकारकी सृष्टि उत्पत्र की, वे पापोंका नाश करनेवाले भगवान् हमारी सुधि लें। क्योंकि हम न भक्ति जानते हैं, न पूजा।

जो भव भय भंजन मुनि मन रंजन,
गंजन बिपति बरूथा।
मन बच क्रम बानी छाड़ि सयानी,
सरन सकल सुर जूथा॥
  • जो भव भय भंजन – जो संसारके (जन्ममृत्युके) भयका नाश करनेवाले,
  • मुनि मन रंजन – मुनियोंके मनको आनन्द देनेवाले और
  • गंजन बिपति बरूथा – विपत्तियोंके समूहको नष्ट करनेवाले हैं,
  • मन बच क्रम बानी छाड़ि सयानी – हम सब देवताओंके समूह मन, वचन और कर्मसे चतुराई करनेकी बान छोड्‌कर
  • सरन सकल सुर जूथा – उन भगवान् की शरण आये हैं

जो संसारके (जन्ममृत्युके) भयका नाश करनेवाले, मुनियोंके मनको आनन्द देनेवाले और विपत्तियोंके समूहको नष्ट करनेवाले हैं, हम सब देवताओंके समूह मन, वचन और कर्मसे चतुराई करनेकी बान छोड्‌कर उन ( भगवान्) की शरण आये हैं।

सारद श्रुति सेषा रिषय असेषा,
जा कहुँ कोउ नहि जाना।
जेहि दीन पिआरे बेद पुकारे
द्रवउ सो श्रीभगवाना॥
  • सारद श्रुति सेषा – सरस्वती, वेद, शेषजी और
  • रिषय असेषा – सम्पूर्ण ऋषि
  • जा कहुँ कोउ नहि जाना – कोई भी जिनको नहीं जानते,
  • जेहि दीन पिआरे – जिन्हें दीन प्रिय हैं,
  • बेद पुकारे – ऐसा वेद पुकारकर कहते हैं,
  • द्रवउ सो श्रीभगवाना – वे ही श्रीभगवान् हमपर दया करें।

सरस्वती, वेद, शेषजी और सम्पूर्ण ऋषि कोई भी जिनको नहीं जानते,
जिन्हें दीन प्रिय हैं, ऐसा वेद पुकारकर कहते हैं, वे ही श्रीभगवान् हमपर दया करें।

भव बारिधि मंदर, सब बिधि सुंदर,
गुनमंदिर सुखपुंजा।
मुनि सिद्ध सकल, सुर परम भयातुर,
नमत नाथ पद कंजा॥
  • भव बारिधि मंदर – हे संसाररूपी समुद्रके (मथनेके) लिये मन्दराचलरूप,
  • सब बिधि सुंदर – सब प्रकारसे सुन्दर,
  • गुनमंदिर – गुणोंके धाम और
  • सुखपुंजा – सुखोंकी राशि
  • मुनि सिद्ध सकल, सुर परम भयातुर – नाथ! आपके चरणकमलोंमें मुनि, सिद्ध और
  • नमत नाथ पद कंजा – सारे देवता भयसे अत्यन्त व्याकुल होकर नमस्कार करते हैं ।

हे संसाररूपी समुद्रके (मथनेके) लिये मन्दराचलरूप, सब प्रकारसे सुन्दर, गुणोंके धाम और सुखोंकी राशि नाथ! आपके चरणकमलोंमें मुनि, सिद्ध और सारे देवता भयसे अत्यन्त व्याकुल होकर नमस्कार करते हैं ।

दोहा:
जानि सभय सुर भूमि
सुनि बचन समेत सनेह।
गगनगिरा गंभीर भइ
हरनि सोक संदेह॥
 

जनि डरपहु मुनि सिद्ध सुरेसा।
तुम्हहि लागि धरिहउँ नर बेसा॥
अंसन्ह सहित मनुज अवतारा।
लेहउँ दिनकर बस उदारा॥

  • जानि सभय सुरभूमि – देवता और पृथ्वीको भयभीत जानकर और
  • सुनि बचन समेत सनेह – उनके सेहयुत्ह वचन सुनकर
  • गगनगिरा गंभीर भइ, हरनि सोक संदेह – शोक और सन्देहको हरनेवाली गम्भीर आकाशवाणी हुई
  • जनि डरपहु मुनि सिद्ध सुरेसा – हे मुनि, सिद्ध और देवताओंके स्वामियो! डरो मत।
  • तुम्हहि लागि धरिहउँ नर बेसा – तुम्हारे लिये मैं मनुष्यका रूप धारण करूँगा और
  • अंसन्ह सहित मनुज अवतारा, लेहउँ दिनकर बस उदारा – उदार (पवित्र) सूर्यवंशमें अंशोसहित मनुष्यका अवतार लूँगा। [

देवता और पृथ्वीको भयभीत जानकर और उनके सेहयुत्ह वचन सुनकर शोक और सन्देहको हरनेवाली गम्भीर आकाशवाणी हुई – हे मुनि, सिद्ध और देवताओंके स्वामियो! डरो मत । तुम्हारे लिये मैं मनुष्यका रूप धारण करूँगा और उदार (पवित्र) सूर्यवंशमें अंशोसहित मनुष्यका अवतार लूँगा।
(श्रीरामचरितमानस )


Jay Jay Surnayak Jan Sukhdayak with Meaning
Jay Jay Surnayak Jan Sukhdayak with Meaning

Ram Bhajans

Jay Jay Surnayak Jan Sukhdayak

Sharma Bandhu

Prembhushan ji Maharaj

Jay Jay Surnayak Jan Sukhdayak with Meaning


जय जय सुरनायक, जन सुखदायक,
प्रनतपाल भगवंता।
गो द्विज हितकारी, जय असुरारी,
सिधुंसुता प्रिय कंता॥

॥जय जय सुरनायक॥


पालन सुर धरनी, अद्भुत करनी,
मरम न जानइ कोई।
जो सहज कृपाला, दीनदयाला,
करउ अनुग्रह सोई॥

जय जय अबिनासी, सब घट बासी
ब्यापक परमानंदा।
अबिगत गोतीतं चरित पुनीतं,
मायारहित मुकुंदा॥

॥जय जय सुरनायक॥

(नारायण नारायण नारायण।
भजमन नारायण नारायण।)


जेहि लागि बिरागी अति अनुरागी
बिगतमोह मुनिबृंदा।
निसि बासर ध्यावहिं गुन गन गावहिं,
जयति सच्चिदानंदा॥

जेहिं सृष्टि उपाई त्रिबिध बनाई,
संग सहाय न दूजा।
सो करउ अघारी चिंत हमारी,
जानिअ भगति न पूजा॥

॥जय जय सुरनायक॥

(नारायण नारायण नारायण।
भजमन नारायण नारायण नारायण॥)


जो भव भय भंजन मुनि मन रंजन,
गंजन बिपति बरूथा।
मन बच क्रम बानी छाड़ि सयानी,
सरन सकल सुर जूथा॥

सारद श्रुति सेषा रिषय असेषा,
जा कहुँ कोउ नहि जाना।
जेहि दीन पिआरे बेद पुकारे द्
रवउ सो श्रीभगवाना॥

॥जय जय सुरनायक॥

(नारायण नारायण नारायण।
भजमन नारायण नारायण नारायण॥)


भव बारिधि मंदर, सब बिधि सुंदर,
गुनमंदिर सुखपुंजा।
मुनि सिद्ध सकल, सुर परम भयातुर,
नमत नाथ पद कंजा॥

जय जय सुरनायक, जन सुखदायक,
प्रनतपाल भगवंता।
गो द्विज हितकारी, जय असुरारी,
सिधुंसुता प्रिय कंता॥

॥जय जय सुरनायक॥

नारायण नारायण नारायण….।
श्रीमन, नारायण नारायण नारायण॥
भजमन, नारायण नारायण नारायण।
लक्ष्मी नारायण नारायण नारायण॥


दोहा:
जानि सभय सुरभूमि
सुनि बचन समेत सनेह।
गगनगिरा गंभीर भइ
हरनि सोक संदेह।

Jay Jay Surnayak Jan Sukhdayak
Jay Jay Surnayak Jan Sukhdayak

जय जय सुरनायक, जन सुखदायक,
प्रनतपाल भगवंता।
गो द्विज हितकारी, जय असुरारी,
सिधुंसुता प्रिय कंता॥

Ram Bhajans

Kabhi Kabhi Bhagwan Ko Bhi – Lyrics in English


Kabhi Kabhi Bhagwan Ko Bhi

Kabhi kabhi bhagwan ko bhi
bhakto se kaam pade
Jaana tha Ganga paar,
Prabhu Kevat ki naav chadhe

Avadh chhod prabhu van ko dhaaye
Siya Ram Lakhan Ganga tat aaye – 2

Kevat man hi man harshaaye,
Ghar baithe prabhu darshan paye
Haath jod kar Prabhu ke aage
Kevat magan khade

Jaana tha Ganga paar,
Prabhu Kevat ki naav chadhe

Kabhi kabhi bhagwan ko bhi
bhakto se kaam pade
Jaana tha Ganga paar,
Prabhu Kevat ki naav chadhe

Prabhu bole tum naav chalao
Are paar hame Kevat pahunchao – 2

Kevat bola, suno hamaari
Charan dhul ki maaya bhaari
Main garib naiya meri naari na hoye pade

Jaana tha Ganga paar,
Prabhu Kevat ki naav chadhe

Kabhi kabhi bhagwan ko bhi
bhakto se kaam pade
Jaana tha Ganga paar,
Prabhu Kevat ki naav chadhe

Chali naav Ganga ki dhaara
Siya Ram Lakhan ko paar utaara – 2

Prabhu dene lage naav utarai
Kevat kahe nahin Raghurai
Paar kiya maine tumako,
Ab tu mohe paar kare

Jaana tha Ganga paar,
Prabhu Kevat ki naav chadhe

Kabhi kabhi bhagwan ko bhi
bhakto se kaam pade
Jaana tha Ganga paar,
Prabhu Kevat ki naav chadhe

Kevat dod ke jal bhar laaya
Charan dhoen charanaamrt paaya – 2

Ved granth jin ke gun gaaye
Kevat unako naav chadhae
Barase phool gagan se aise
Bhakt ke bhaagy jage

Jaana tha Ganga paar,
Prabhu Kevat ki naav chadhe

Kabhi kabhi bhagwan ko bhi
bhakto se kaam pade
Jaana tha Ganga paar,
Prabhu Kevat ki naav chadhe

Jaana tha Ganga paar,
Prabhu Kevat ki naav chadhe


Kabhi Kabhi Bhagwan Ko Bhi

Anup Jalota


Ram Bhajan



Kabhi Kabhi Bhagwan Ko Bhi – Lyrics in Hindi


कभी कभी भगवान को भी, भक्तों से काम पड़े

कभी कभी भगवान को भी
भक्तों से काम पड़े
जाना था गंगा पार,
प्रभु केवट की नाव चढ़े


अवध छोड़ प्रभु वन को धाये
सिया राम लखन गंगा तट आये – 2

केवट मन ही मन हर्षाये,
घर बैठे प्रभु दर्शन पाए
हाथ जोड़ कर प्रभु के आगे
केवट मगन खड़े

जाना था गंगा पार,
प्रभु केवट की नाव चढ़े


कभी कभी भगवान को भी
भक्तों से काम पड़े
जाना था गंगा पार,
प्रभु केवट की नाव चढ़े


प्रभु बोले तुम नाव चलाओ
अरे पार हमे केवट पहुँचाओ – 2

केवट बोला, सुनो हमारी
चरण धुल की माया भारी
मैं गरीब नैया मेरी नारी ना होए पड़े

जाना था गंगा पार,
प्रभु केवट की नाव चढ़े


कभी कभी भगवान को भी
भक्तों से काम पड़े
जाना था गंगा पार,
प्रभु केवट की नाव चढ़े


चली नाव गंगा की धारा
सिया राम लखन को पार उतारा – 2

प्रभु देने लगे नाव उतराई
केवट कहे नहीं रघुराई
पार किया मैंने तुमको,
अब तू मोहे पार करे

जाना था गंगा पार,
प्रभु केवट की नाव चढ़े


कभी कभी भगवान को भी
भक्तों से काम पड़े
जाना था गंगा पार,
प्रभु केवट की नाव चढ़े


केवट दोड़ के जल भर लाया
चरण धोएं चरणामृत पाया – 2

वेद ग्रन्थ जिन के गुण गाये
केवट उनको नाव चढ़ाए
बरसे फूल गगन से ऐसे
भक्त के भाग्य जगे

जाना था गंगा पार,
प्रभु केवट की नाव चढ़े


कभी कभी भगवान को भी
भक्तों से काम पड़े
जाना था गंगा पार,
प्रभु केवट की नाव चढ़े
जाना था गंगा पार,
प्रभु केवट की नाव चढ़े


Kabhi Kabhi Bhagwan Ko Bhi

Anup Jalota


Ram Bhajan



Ram Naam Ke Hire Moti – 2 – Lyrics in English


Ram Naam Ke Hire Moti

Ram naam ke heere moti,
main bikhrau gali gali
Le lo re koi Ram ka pyaara,
shor machaoon gali gali

Ram naam ke heere moti,
main bikhrau gali gali
Le lo re koi Ram ka pyaara,
shor machaoon gali gali

Daulat ke diwano sun lo,
ek din aisa aaega
Dhan yauvan aur roop khajaana,
yahi dhara rah jaega

Sundar kaaya maati hogi,
charchaa hogi gali gali
Le lo re koi Ram ka pyaara,
shor machaoon gali gali

Ram naam ke heere moti,
main bikhrau gali gali
Le lo re koi Ram ka pyaara,
shor machaoon gali gali

Pyaare mitra sage sambandhi,
ik din tujhe bhulaayenge
Kal tak apana jo kahate,
agni par tujhe sulaayenge

Jagat saraay do din ka hai,
aakhir hogi chala chali
Le lo re koi Ram ka pyaara,
shor machaoon gali gali

Raam naam ke heere moti,
main bikhrau gali gali
Le lo re koi Ram ka pyaara,
shor machaoon gali gali

Kyoon kartaa hai teri meri,
chhod de abhimaan ko
Jhoonthe dhandhe chhod de bande,
jap le Hari ke naam ko

Do din ka yah chaman khila hai,
phir murajhaaye kali kali
Le lo re koi Ram ka pyaara,
shor machaoon gali gali

Ram naam ke hire moti,
main bikhraoo gali gali
Le lo re koi Ram ka pyaara,
shor machaoon gali gali

Jis jis ne yah hire lute,
wo to maala maal huye
Duniya ke jo bane pujaari,
aakhir vo kangaal hue

Dhan daulat aur maaya vaalo,
main samajhaoon gali gali
Le lo re koi Ram ka pyaara,
shor machaoon gali gali

Ram naam ke heere moti,
main bikhrau gali gali
Le lo re koi Ram ka pyaara,
shor machaoon gali gali


Ram Naam Ke Hire Moti


Ram Bhajan



Raam Naam Japate Raho

Raam ka dhyaan nit dharana,
suno yah ved kahate hai.
Munijan aur devata bhi,
sada hee dhyaan dharate hai.

Dhanya hai jeevan unaka,
sada jo raam ratate hain.
Bhakti aur preeti se haradam,
hriday mein raam rakhate hai.

Japon us hee ke naamo ko,
na chhodo raam ko pal bhar.
Dhruv prahlaad shivaji bhi
niyam se ram bhajate hai.

Iseese hoyaga sab sukh,
sada samajho ise shubhakar.
Na chooko bhakto mauka,
ram hee saar japate hain.

Manushya avataar dhaaran kar,
utaara bhaar prithvi ka.
Useeka naam ratate raho,
jise raghunaath kahate hain.


Ram Bhajan