Ajab Hai Bholenath Ye Darbar Tumhara – Lyrics in Hindi


अजब है भोलेनाथ ये दरबार तुम्हारा

अजब है भोलेनाथ ये दरबार तुम्हारा
भूत प्रेत नित करे चाकरी, सबका यहाँ गुज़ारा
अजब है भोलेनाथ ये दरबार तुम्हारा….


बाघ बैल को हरदम एक जगह पर राखे,
कभी ना एक दूजे को बुरी नज़र से ताके

कही और नही देखा हमने ऐसा गजब नज़ारा
अजब है भोलेनाथ, ये दरबार तुम्हारा….


गणपति राखे चूहा, कभी सर्प नही छुआ,
भोले सर्प लटकाए, कार्तिक मोर नचाए

आज का कानून नही है तेरा, अनुशाशित है सारे
अजब है भोलेनाथ, ये दरबार तुम्हारा….


अजब है भोलेनाथ ये दरबार तुम्हारा
भूत प्रेत नित करे चाकरी, सबका यहाँ गुज़ारा…


Ajab Hai Bholenath Ye Darbar Tumhara


Shiv Bhajan



Aisi Lagi Lagan Meera Ho Gayi Magan – Lyrics in Hindi


ऐसी लागी लगन, मीरा हो गयी मगन

ऐसी लागी लगन, मीरा हो गयी मगन लिरिक्स के इस पेज में पहले मीरा भजन के हिंदी लिरिक्स दिए गए है।

बाद में इस भजन का आध्यात्मिक महत्व दिया गया है और इसकी पंक्तियों से हमें कौन कौन सी बातें सीखने को मिलती है यह बताया गया है, जो हमें भक्ति मार्ग पर चलने में मदद कर सकती है।

क्योंकि इस भजन में हमें मीराबाई की कृष्ण-भक्ति से कई प्रेरणादायक संदेश मिलते हैं और उनकी भक्ति की महानता के बारे में भी जानने को मिलता है।


Aisi Lagi Lagan Meera Ho Gayi Magan Hindi Lyrics

ऐसी लागी लगन, मीरा हो गयी मगन।
वो तो गली गली, हरी गुण गाने लगी॥


बेकार वो मुख है, जो रहे व्यर्थ बातों में।
मुख है वो जो, हरी नाम का सुमिरन किया करे॥

हीरे मोती से नहीं शोभा है हाथ की।
है हाथ जो भगवान् का पूजन किया करे॥

मर के भी अमर नाम है उस जीव का जग में।
प्रभु प्रेम में बलिदान जो जीवन किया करे॥


ऐसी लागी लगन, मीरा हो गयी मगन।
वो तो गली गली, हरी गुण गाने लगी॥
महलों में पली, बन के जोगन चली।
मीरा रानी दीवानी कहाने लगी॥

[ऐसी लागी लगन, मीरा हो गयी मगन।
वो तो गली गली, हरी गुण गाने लगी॥]


कोई रोके नहीं, कोई टोके नहीं,
मीरा गोविन्द गोपाल गाने लगी।
बैठी संतो के संग, रंगी मोहन के रंग,
मीरा प्रेमी प्रीतम को मनाने लगी।
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी॥
[ऐसी लागी लगन…]


राणा ने विष दिया, मानो अमृत पिया,
मीरा सागर में सरिता समाने लगी।
दुःख लाखों सहे, मुख से गोविन्द कहे,
मीरा गोविन्द गोपाल गाने लगी।
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी॥
[ऐसी लागी लगन…]


महलों में पली, बन के जोगन चली।
मीरा रानी दीवानी कहाने लगी॥
ऐसी लागी लगन, मीरा हो गयी मगन।
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी॥


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Aisi Lagi Lagan Piano Notes

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Aisi Lagi Lagan Meera Ho Gayi Magan – Meera Bhajan

Anup Jalota


Krishna Bhajan



ऐसी लागी लगन, मीरा हो गयी मगन भजन का आध्यात्मिक महत्व

ऐसी लागी लगन, मीरा हो गयी मगन” भजन की पंक्तियों से हमें मीराबाई के जीवन और भक्ति से कई प्रेरणादायक शिक्षाएं मिलती हैं। साथ ही साथ सच्ची भक्ति, धैर्य, ध्यान, और संतों के साथ सत्संग करने का महत्व भी समझ में आता है।

भक्ति से सम्बंधित जो महत्वपूर्ण बातें इस भजन से हमें सीखने को मिलती हैं, उनमे से कुछ हैं –


भक्ति में समर्पण

ऐसी लागी लगन, मीरा हो गयी मगन।
वो तो गली गली, हरी गुण गाने लगी॥

मीराबाई ने अपनी पूरी जिंदगी कृष्ण को समर्पित कर दी थी। वे कृष्ण के प्रति इतनी समर्पित थीं कि उन्होंने उनके लिए अपना सब कुछ छोड़ दिया। उन्होंने कृष्ण की भक्ति को ही अपना जीवन बना लिया था।

इन पंक्तियों से हमें यह शिक्षा मिलती है कि भक्ति में समर्पण होना चाहिए और हमें भी भक्ति को अपने जीवन का केंद्र बनाना चाहिए।


भक्ति में दृढ़ता

महलों में पली, बन के जोगन चली।
मीरा रानी दीवानी कहाने लगी॥

मीराबाई को कृष्ण के प्रति भक्ति इतनी गहरी थी की जब उन्हें लगने लगा की महलों की बाते उनकी भक्ति में बाधक बन रही है, तो उन्होंने महल छोड़ दिया।

उन्होंने घर-परिवार, धन-संपत्ति सब त्याग दिया और कृष्ण के प्रेम में लीन हो गईं। वे हर समय कृष्ण के गुण गाती रहती थीं। उनके प्रेम और भक्ति की शक्ति से वे सबको प्रभावित करती थीं।

वे किसी भी तरह के विरोध या उपहास से भी नहीं डरी।


भक्ति में आत्मविश्वास

कोई रोके नहीं, कोई टोके नहीं,
मीरा गोविन्द गोपाल गाने लगी।

मीराबाई की भक्ति में प्रेम का अद्भुत संगम था। उन्होंने कृष्ण को अपना सर्वस्व मान लिया था। वह कृष्ण के प्रेम में डूबकर रहती थीं।

उन्होंने भक्ति में आत्मविश्वास का परिचय दिया। उन्होंने कभी नहीं सोचा कि उनके जैसे सामान्य व्यक्ति को कृष्ण की प्राप्ति नहीं होगी।

उन्होंने अपने प्रेम और विश्वास के बल पर कृष्ण को पा लिया।


भक्ति में साहस

दुःख लाखों सहे, मुख से गोविन्द कहे,
मीरा गोविन्द गोपाल गाने लगी।

मीराबाई ने भक्ति में साहस और दृढ़ता का भी परिचय दिया। उन्होंने जीवन में कई कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन उन्होंने अपनी भक्ति नहीं छोड़ी।

यह पंक्ति हमें बताती है की मीराबाई ने अपनी भक्ति के लिए अपने परिवार और समाज के विरोध का सामना किया, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।

इसी प्रकार हमें भी अपने जीवन में भक्ति के लिए कठिनाइयों का सामना करने से नहीं डरना चाहिए।


भक्ति में प्रेम की पराकाष्ठा

राणा ने विष दिया, मानो अमृत पिया,
मीरा सागर में सरिता समाने लगी।

उन्होंने दुख, अपमान, और यहां तक कि अपने परिवार और समाज के तिरस्कार को भी सहा।

मीराबाई के कृष्ण प्रेम को उनके घरवाले और समाज ने नहीं समझा। उन्हें तरह-तरह की परेशानियां दी गईं। लेकिन, मीरा ने कभी हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी कृष्ण-भक्ति को कभी नहीं छोड़ा।

उन्होंने समाज के रीति-रिवाजों और रूढ़ियों को चुनौती दी। उन्होंने महिलाओं को भी भक्ति के लिए प्रेरित किया।

इससे हमें यह भी सीखने को मिलता है कि जीवन में होने वाली परेशानियां हो या भक्ति मार्ग पर चलते समय मिलने वाली कठिनाइयां, दोनो का सामना करने के लिए धैर्य और ध्यान का महत्व होता है।


संत समाज का महत्व

बैठी संतो के संग, रंगी मोहन के रंग,
मीरा प्रेमी प्रीतम को मनाने लगी।

मीरा बाई ने अपने जीवन में संतों का मार्गदर्शन प्राप्त किया। संतों के सान्निध्य में रहने से उनकी भक्ति और प्रेम में और भी अधिक वृद्धि हुई।

मीरा बाई कृष्ण के प्रेम में इतनी डूब गईं कि उन्होंने अपने जीवन को कृष्ण के लिए समर्पित कर दिया। वे कृष्ण के बिना एक पल भी नहीं रह सकती थीं। वे कृष्ण के दर्शन के लिए तरसती रहती थीं।

यह बात हमें संतों के साथ सत्संग करने और सद्गुरु के मार्ग पर चलने के महत्व को बताती है। साथ ही हमें सिखाती है की हमें संत समाज का सम्मान करना चाहिए। क्योंकि संतों के मार्गदर्शन से ही हमें सही मार्ग मिल सकता है।


Summary

इस प्रकार ऐसी लागी लगन भजन की पंक्तियाँ भक्त को मीराबाई की तरह ईश्वर भक्ति करने की प्रेरणा देती है।

भक्ति हमें मोक्ष की प्राप्ति कराती है। मीरा बाई ने भी अपनी भक्ति के माध्यम से मोक्ष प्राप्त किया। यह बताती है की भक्ति की शक्ति बहुत बड़ी होती है, जो हमें जीवन में सही मार्गदर्शन देती है।

इन पंक्तियों को पढ़कर हमें यह भी प्रेरणा मिलती है कि हमें भी मीरा बाई की तरह कृष्ण की भक्ति में लीन होना चाहिए। हमें दिन रात सिर्फ अपनी भौतिक इच्छाओं के पीछे नहीं भागना चाहिए, बल्कि कृष्ण के प्रति सच्ची भक्ति रखनी चाहिए।

मीरा बाई ने कृष्ण की भक्ति के माध्यम से अपने जीवन को पूर्ण बनाया। भक्ति हमें जीवन में पूर्णता और संतुष्टि प्रदान कर सकती है। इसलिए हमें कृष्ण को अपना सर्वस्व मानना चाहिए और उनकी भक्ति में डूब जाना चाहिए। इन शिक्षाओं को अपनाकर हम भी अपने जीवन में सफलता और सुख प्राप्त कर सकते हैं।


Krishna Bhajan



ऐसी लागी लगन भजन

ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन” हिंदी में एक लोकप्रिय भजन है जो भगवान कृष्ण के प्रति मीराबाई की भक्ति और प्रेम से जुड़ा है।

इसमें मीराबाई के परमात्मा के साथ गहरे और गहन आध्यात्मिक संबंध को दर्शाया गया है।

कृष्णभक्त मीराबाई

मीराबाई (1498-1547) सोलहवीं शताब्दी की एक कृष्ण भक्त और कवयित्री थीं।
Source – Wikipedia – Meerabai

मीराबाई ने भगवान कृष्ण को समर्पित कई भक्तिगीतों की रचना की और गाए है। उन्होंने अपनी मर्मस्पर्शी और हृदयस्पर्शी कविताओं और पदों के माध्यम से भगवान कृष्ण के प्रति अपनी भक्ति व्यक्त की है। संत रैदास या रविदास उनके गुरु थे।

ऐसी लागी लगन भजन, मीरा की भगवान कृष्ण के प्रति उनके प्रेम से पूरी तरह से लीन और मुग्ध होने की स्थिति को चित्रित करता है।

यह गीत उनके समर्पण और भक्ति को व्यक्त करता हैं, यह वर्णन करते हुए कि कैसे परमात्मा के प्रति उनके प्रेम ने उन्हें पूरी तरह से लीन कर दिया है।

समय के साथ, मीराबाई के भजन विभिन्न कलाकारों द्वारा गाए गए और लोकप्रिय हुए और भक्ति संगीत प्रदर्शनों की सूची का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए।

कृष्ण की भक्ति में लीन मीराबाई

ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन” का मधुर संगीत और भक्ति भाव से भरे शब्द, मीराबाई की ईश्वर के प्रति गहरी लालसा और भक्ति के सार को बहुत खूबसूरती से दर्शाता है।

यह भजन अक्सर बड़े भावनात्मक उत्साह के साथ गाया जाता है, आध्यात्मिक परमानंद और परमात्मा के साथ संबंध की भावना का आह्वान करता है।

भजन भक्तों और भक्ति संगीत के प्रेमियों द्वारा गाया जाता है, क्योंकि यह मीरा बाई के भगवान कृष्ण के प्रति गहन प्रेम और भक्ति की याद दिलाता है।

यह श्रोताओं को मीराबाई की तरह भक्ति की गहराई विकसित करने और परमात्मा के प्रति समर्पण करने के लिए प्रेरित करता है।

Aisi Lagi Lagan Meera Ho Gayi Magan – Lyrics in English


Aisi Lagi Lagan Meera Ho Gayi Magan Lyrics

Aisi lagi lagan, Meera ho gayi magan.
Wo to gali gali Hari gun gaane lagi.

Hai aankh wo, jo Shyam ka darshan kiya kare.
Hai sheesh, jo Prabhu charan mein, vandan kiya kare.

Bekaar vo mukh hai, jo rahe vyarth baaton mein.
Mukh hai wo, jo Hari naam ka sumiran kiya kare.

Heere moti se nahi shobha hai haath ki.
Hai haath, jo bhagavaan ka poojan kiya kare.

Mar ke bhi amar naam hai, us jeev ka jag mein.
Prabhu prem mein, balidaan jo jivan kiya kare.


Aisi lagi lagan, Meera ho gayi magan.
Wo to gali gali Hari gun gaane lagi.

Mahalo mein pali, ban ke jogan chali.
Meera rani deewani kahaane lagi.

Aisi lagi lagan, Meera ho gayi magan.
Vo to gali gali gali gali, Hari gun gaane lagi.


Koi roke nahin, koi toke nahin,
Meera Govind Gopal gaane lagi.

Baithi santo ke sang, rangi mohan ke rang,
Meera premi pritam ko manaane lagi.
Wo to gali gali Hari gun gaane lagi.

Aisi lagi lagan, Meera ho gayi magan.
Wo to gali gali Hari gun gaane lagi.


Raana ne vish diya, maano amrit piya,
Meera saagar mein sarita samaane lagi.

Duhkh laakhon sahe, mukh se govind kahe,
Meera govind gopaal gaane lagi.
Wo to gali gali Hari gun gaane lagi.

Aisi lagi lagan, Meera ho gayi magan.
Wo to gali gali Hari gun gaane lagi.


Mahalon mein pali, ban ke jogan chali.
Meera raani divaani kahaane lagi.

Aisi lagi lagan, Meera ho gayi magan.
Aisi lagi lagan, Meera ho gayi magan.


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Aisi Lagi Lagan Harmonium Notes


Aisi Lagi Lagan Meera Ho Gayi Magan – Meera Bhajan

Anup Jalota


Krishna Bhajan



Aisi Lagi Lagan Bhajan

Aisi Lagi Lagan Meera Ho Gayi Magan” is a popular bhajan in Hindi that is associated with the devotion and love of the poet-saint Meera Bai towards Lord Krishna.

It depicts Meera’s deep and intense spiritual connection with the divine.

Krishna Devotee – Meerabai

Meera, better known as Mirabai and venerated as Sant Meerabai, was a 16th-century Hindu mystic poet and devotee of Krishna.

Source – Wikipedia – Meerabai

Meera Bai composed and sang many devotional songs dedicated to Lord Krishna. She expressed her devotion to Lord Krishna through her poignant and heartfelt poetry.

The bhajan portrays Meera’s state of being completely absorbed and enchanted by her love for Lord Krishna.

The lyrics express her surrender and devotion, describing how her love for the divine has made her completely absorbed and intoxicated.

The origins of the bhajan can be traced back to Meera Bai herself, as she composed and sang numerous devotional songs dedicated to Lord Krishna.

Over time, the bhajan has been sung and popularized by various artists and has become a cherished part of the devotional music repertoire.

Engrossed in the Devotion of Krishna

The melody of “Aisi Lagi Lagan Meera Ho Gayi Magan” is soulful and melodious, capturing the essence of Meera’s deep longing and devotion.

It is often sung with great emotional fervor, invoking a sense of spiritual ecstasy and connection with the divine.

The bhajan continues to be sung by devotees and lovers of devotional music, as it serves as a reminder of the profound love and devotion that Meera Bai had for Lord Krishna.

It inspires listeners to cultivate a similar depth of devotion like Meerabai and surrender to the divine.


Krishna Bhajan



Aisa Damru Bajaya Bholenath Ne – Lyrics in Hindi


ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने

मैं हिमाचल की बेटी मेरा भोला बसे काशी,
सारी उमर तेरी सेवा करुँगी
सारी उमर तेरी सेवा करुँगी
बनकर तेरी दासी


शंभु, शिव शिव शिव शिव शंभु,
शिव शिव शिव शिव शंभु


ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया,
बम-बम, बम-बम

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया,
बम-बम, बम-बम…


सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया,

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया


डमरू को सुनकर जी कान्हा जी आए,
कान्हा जी आए संग राधा भी आए
बम-बम, बम-बम

डमरू को सुनकर जी कान्हा जी आए,
कान्हा जी आए संग राधा भी आए,
बम-बम, बम-बम…

वहाँ सखियों का मन भी मगन हो गया,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया


डमरू को सुनकर जी गणपति चले हैं,
डमरू को सुनकर जी गणपति चले

गणपति चले संग कार्तिक चले,
गणपति चले संग कार्तिक चले

महा अम्बे का मन भी मगन हो गया,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया


डमरू को सुनकर जी राम जी आए,
बम-बम, बम-बम

डमरू को सुनकर जी राम जी आए,
रामा जी आए संग लक्ष्मण जी आए
मैया सिता का मन भी मगन हो गया

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
ऐंसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया


डमरू को सुनकर के ब्रम्हा चले,
यहाँ ब्रम्हा चले वहाँ विष्णु चले

डमरू को सुनकर के ब्रम्हा चले,
यहाँ ब्रम्हा चले वहाँ विष्णु चले
मैया लक्ष्मी का मन भी मगन हो गया,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया


डमरू को सुनकर जी गंगा चले
गंगा चले वहाँ यमुना चले
बम-बम, बम-बम

डमरू को सुनकर जी गंगा चल,
गंगा चले वहाँ यमुना चले
वहाँ सरयू का मन भी मगन हो गया
ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने


डमरू को सुनकर जी सूरज चले,
सूरज चले वहाँ चंदा चले
बम-बम, बम-बम

डमरू को सुनकर जी सूरज चले
सूरज चले वहाँ चंदा चले
सारे तारों का मन भी मगन हो गया
ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने


ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया,
बम-बम, बम-बम


Shiv Bhajan



Aisa Damru Bajaya Bholenath Ne


Shiv Bhajan



Shivji Satya Hai Shivji Sundar


शिवजी सत्य है, शिवजी सुंदर


जटाट-वीगलज्जल प्रवाह-पावितस्थले,
गलेऽवलम्ब्य-लम्बितां भुजङ्ग तुङ्गमालिकाम्,
डमड्डमड्डमड्डमन्निनादवड्डमर्वयं,
चकार चण्ड-ताण्डवं तनोतु न: शिवः शिवम्॥


बम बम भोले, बम बम भोले,
बम बम भोले,
बम बम भोले, बम बम भोले,
बम बम भोले।


चहू दिश मे शिव, शोहरत मे शिव,
कल कल मे शिव, पल पल मे शिव।

घुंघरू मे शिव, डमरू मे शिव,
डम डम मे शिव, सरगम मे शिव।

बम बम भोले, बम बम भोले,
बम बम भोले।

ओम नमः शिवाय ॐ, ओम नमः शिवाय ॐ,
ओम नमः शिवाय ॐ, ॐ, ॐ ॐ…… ॥


शिवजी सत्य है, शिवजी सुंदर,
शिवजी शिवजी सबके अंदर।
शिवजी सत्य है, शिवजी सुंदर,
शिवजी शिवजी सबके अंदर॥

ओम नमः शिवाय ॐ, ओम नमः शिवाय ॐ,
ओम नमः शिवाय ॐ, ॐ, ॐ ॐ…… ॥


जटा बीच मे गंग बिराजे,
हाथ मे डम डम डमरू बाजे।
शिव शिव गाये दुनिया सारी,
शिव की महिमा सबसे न्यारी॥

ओम नमः शिवाय ॐ, ओम नमः शिवाय ॐ,
ओम नमः शिवाय ॐ, ॐ, ॐ ॐ…… ॥

शिव शिव गाये दुनिया सारी,
शिव की महिमा सबसे न्यारी,
शिव की महिमा सबसे न्यारी।

ओम नमः शिवाय ॐ,, ओम नमः शिवाय ॐ,
ओम नमः शिवाय ॐ, ॐ, ॐ ॐ…… ॥

अखियन अखियन शिव की सूरत,
शिव की मूरत मंदिर मंदिर।
शिवजी सत्य है, शिवजी सुंदर,
शिवजी शिवजी सबके अंदर॥

ओम नमः शिवाय ॐ, ओम नमः शिवाय ॐ,
ओम नमः शिवाय ॐ, ॐ, ॐ ॐ…… ॥


जब शिव का त्रिनेत्र खुल जाए,
धरती काँपे, नभ घबराए।
जो बैरी शिव से टकराए,
उसको कोई बचा ना पाए॥

ओम नमः शिवाय ॐ, ओम नमः शिवाय ॐ,
ओम नमः शिवाय ॐ, ॐ, ॐ ॐ…… ॥

जो बैरी शिव से टकराए,
उसको कोई बचा ना पाए,
उसको कोई बचा ना पाए।

ओम नमः शिवाय ॐ,, ओम नमः शिवाय ॐ,
ओम नमः शिवाय ॐ, ॐ, ॐ ॐ…… ॥


शिव के मन मे उठे जो मनसा,
पल मे पी जाए सात समंदर।
शिवजी सत्य है शिवजी सुंदर,
शिवजी शिवजी सबके अंदर॥

ओम नमः शिवाय ॐ, ओम नमः शिवाय ॐ,
ओम नमः शिवाय ॐ, ॐ, ॐ ॐ…… ॥

बम बम भोले बम बम भोले बम बम भोले

शिव शिव गाये दुनिया सारी,
शिव की महिमा सबसे न्यारी।

जो बैरी शिव से टकराए,
उसको कोई बचा ना पाए,
उसको कोई बचा ना पाए॥

ओम नमः शिवाय ॐ, ओम नमः शिवाय ॐ,
ओम नमः शिवाय ॐ, ॐ, ॐ ॐ…… ॥

Shivji Satya Hai Shivji Sundar
Shivji Satya Hai Shivji Sundar

शिवजी सत्य है शिवजी सुंदर,
शिवजी शिवजी सबके अंदर॥

ओम नमः शिवाय ॐ, ओम नमः शिवाय ॐ,
ओम नमः शिवाय ॐ, ॐ, ॐ ॐ…… ॥


Shiv Bhajans

Shivji Satya Hai Shivji Sundar

Sonu Nigam, Sukhwinder Singh, Kunal Ganjawala

Shivji Satya Hai Shivji Sundar


Bum bum bhole, bum bum bhole,
bum bum bhole,
Bum bum bhole, bum bum bhole,
bum bum bhole.

chahoo dish me shiv, shoharat me shiv,
kal kal me shiv, pal pal me shiv.

ghungharoo me shiv, damaroo me shiv,
dam dam me shiv, saragam me shiv.

bum bum bhole, bum bum bhole,
bum bum bhole.

Om namah shivay om, Om namah shivay om,
Om namah shivay om, om, om om…… .

Shivji satya hai, shivji sundar,
shivji shivji sab ke andar.
Shivji satya hai, shivji sundar,
shivji shivji sabake andar.

Om namah shivay om, Om namah shivay om,
Om namah shivay om, om, om om…… .

Jata beech me gang biraaje,
haath me dam dam damaroo baaje.
Shiv shiv gaaye duniya saaree,
shiv kee mahima sabase nyaaree.

Om namah shivay om, Om namah shivay om,
Om namah shivay om, om, om om…… .

Shiv shiv gaaye duniya saaree,
shiv kee mahima sabase nyaaree,
shiv kee mahima sabase nyaaree.

Om namah shivay om, Om namah shivay om,
Om namah shivay om, om, om om…… .

Akhiyan akhiyan shiv kee soorat,
shiv kee moorat mandir mandir.
Shivji saty hai, shivji sundar,
shivji shivji sabake andar.

Om namah shivay om, Om namah shivay om,
Om namah shivay om, om, om om…… .

Jab shiv ka trinetr khul jaaye,
dharatee kaanpe, nabh ghabarae.
Jo bairee shiv se takarae,
usako koee bacha na pae.

Om namah shivay om, Om namah shivay om,
Om namah shivay om, om, om om…… .

Jo bairee shiv se takarae,
usako koee bacha na pae,
usako koee bacha na pae.

Om namah shivay om, Om namah shivay om,
Om namah shivay om, om, om om…… .

Shiv ke man me uthe jo manasa,
pal me pee jae saat samandar.
Shivji saty hai shivji sundar,
shivji shivji sabake andar.

Om namah shivay om, Om namah shivay om,
Om namah shivay om, om, om om…… .

Bum bum bhole, bum bum bhole,
bum bum bhole,

Shiv shiv gaaye duniya saaree,
shiv kee mahima sabase nyaaree.

Jo bairee shiv se takarae,
usako koee bacha na pae,
usako koee bacha na pae.

Om namah shivay om, Om namah shivay om,
Om namah shivay om, om, om om…… .

Shivji Satya Hai Shivji Sundar
Shivji Satya Hai Shivji Sundar

Shivji saty hai shivji sundar,
shivji shivji sabake andar.

Om namah shivay om, Om namah shivay om,
Om namah shivay om, om, om om…… .

Shiv Bhajans

Man Leke Aaya Mata Rani Ke Bhawan Mein – Lyrics in Hindi


मन लेके आया मातारानी के भवन में

मन लेके आया मातारानी के भवन में,
बड़ा सुख पाया, मातारानी के भवन में॥

मन लेके आया मातारानी के भवन में॥
जय जय माँ, अम्बे माँ,
जय जय माँ, जगदम्बे माँ।


मैं जानू वैष्णव माता,
तेरे ऊँचे भवन की माया।
भैरव पर क्रोध में आके,
माँ तूने त्रिशूल उठाया।

वो पर्वत जहाँ पर तूने,
शक्ति का रूप दिखाया।
भक्तो ने वही पर मैया,
तेरे नाम का भवन बनाया।

बड़ा सुख पाया मातारानी के भवन में,
मन ले के आया मातारानी के भवन में॥

जय जय माँ अम्बे माँ,
जय जय माँ जगदम्बे माँ।


तेरे तेज ने ज्वाला मैया,
जब उजियारा फैलाया।
शाह अकबर नंगे पैरो,
तेरे दरबार में आया।

तेरी जगमग ज्योत के आगे,
श्रद्धा से शीश झुकाया।
तेरे भवन की शोभा देखी,
सोने का छत्र चढ़ाया।

बड़ा सुख पाया, मातारानी के भवन में,
मन ले के आया मातारानी के भवन में॥

जय जय माँ अम्बे माँ,
जय जय माँ जगदम्बे माँ।


हे चिंतपूर्णी माता,
तेरी महिमा सबसे न्यारी।
दिए भाईदास को दर्शन,
तू भक्तो की है प्यारी।

जो करे माँ तेरा चिंतन,
तू चिंता हर दे सारी।
तेरे भवन से झोली भरके,
जाते है सभी पुजारी॥

बड़ा सुख पाया मातारानी के भवन में,
मन लेके आया मातारानी के भवन में।।

जय जय माँ अम्बे माँ,
जय जय माँ जगदम्बे माँ।


माँ नैना देवी तूने,
ये नाम भगत से पाया।
नैना गुजर को तूने,
सपने में दरश दिखाया।

आदेश पे तेरे उसने,
तेरा मंदिर बनवाया।
जीवन भर बैठ भवन में,
माँ तेरा ही गुण गाया॥

बड़ा सुख पाया मातारानी के भवन में,
मन लेके आया मातारानी के भवन में।।

जय जय माँ अम्बे माँ,
जय जय माँ जगदम्बे माँ।

मन लेके आया मातारानी के भवन में,
बड़ा सुख पाया मातारानी के भवन में,
मन लेके आया मातारानी के भवन में॥

जय जय माँ अम्बे माँ,
जय जय माँ जगदम्बे माँ।


Man Leke Aaya Mata Rani Ke Bhawan Mein


Durga Bhajan



Man Leke Aaya Mata Rani Ke Bhawan Mein – Lyrics in English


Man Leke Aaya Mata Rani Ke Bhawan Mein

Man leke aaya mata rani ke bhawan mein,
bada sukh paaya, mata rani ke bhavan mein.
Man leke aaya mata rani ke bhawan mein.

Jay jay maa ambe maa,
jay jay maa jagadambe maa.

Main jaanu vaishnav maata,
tere oonche bhavan ki maaya.
Bhairav par krodh mein aake,
maa toone trishool uthaaya.

Vo parvat jahaan par toone,
shakti ka roop dikhaaya.
Bhakto ne vahi par maiya,
tere naam ka bhavan banaaya.

Bada sukh paaya mata rani ke bhavan mein,
man le ke aaya mata rani ke bhavan mein.

Jay jay maa ambe maa,
jay jay maa jagadambe maa.

Tere tej ne jwaala maiya,
jab ujiyaara phailaaya.
Shaah akabar nange pairo,
tere darabaar mein aaya.

Teri jagamag jyot ke aage,
shraddha se shish jhukaaya.
Tere bhavan ki shobha dekhi,
sone ka chhatr chadhaaya.

Bada sukh paaya, mata rani ke bhavan mein,
man le ke aaya mata rani ke bhavan mein..

Jay jay maa ambe maa,
jay jay maa jagadambe maa.

He chintapurni maata,
teri mahima sabase nyaari.
Diye bhaidaas ko darshan,
too bhakto ki hai pyaari.

Jo kare maa tera chintan,
too chinta har de saari.
Tere bhavan se jholi bharake,
jaate hai sabhi pujaari.

Bada sukh paaya mata rani ke bhavan mein,
Man leke aaya mata rani ke bhawan mein..

Jay jay maa ambe maa,
jay jay maa jagadambe maa.

Maa naina devi toone,
ye naam bhagat se paaya.
Naina gujar ko toone,
sapane mein darash dikhaaya.

Aadesh pe tere usane,
tera mandir banavaaya.
Jivan bhar baith bhavan mein,
maa tera hi gun gaaya.

Bada sukh paaya mata rani ke bhavan mein,
Man leke aaya mata rani ke bhawan mein..

Jay jay maa ambe maa,
jay jay maa jagadambe maa.

Man leke aaya mata rani ke bhawan mein,
bada sukh paaya mata rani ke bhavan mein,
Man leke aaya mata rani ke bhawan mein॥

Man Leke Aaya Mata Rani Ke Bhawan Mein


Durga Bhajan



Tera Bhawan Saja Jin Phoolon Se – Lyrics in English


Tera Bhawan Saja Jin Phoolon Se

Tera bhawan saja jin phoolon se,
un phoolon ki mahima khaas hai maa.
Bada garv hai unako kismat par,
tera hua jo uname nivaas hai maa.

Un phoolon ko devataa naman kare,
teri maala bani jin phoolon ki.
Too jhoolati jiname maala pahan,
kya shaan hai maa un jhoolon ki.

Kabhi vaisi daya hum par hogi,
tere bhakto ko poori aas hai maa.

Tera bhawan saja jin phoolon se,
un phoolon ki mahima khaas hai maa.
Bada garv hai unako kismat par,
tera hua jo uname nivaas hai maa.

Kuchh phool jo saanchi nishtha ke,
teri paavan pindiya pe hai chadhe.
Teri mahak mein unaki mahak ghuli,
ye bhaagyavaan hai sabase bade.

Har bhaagy ki rekha badalane ki,
divya shakti tumhaare paas hai maa.

Tera bhawan saja jin phoolon se,
un phoolon ki mahima khaas hai maa,
bada garv hai unako kismat par,
tera hua jo uname nivaas hai maa..

Nit gagan ki chhat se satarangi,
tere mandiro pe phool jo barase maa.
Un phoolo ko maathe lagaane ko,
tere naam ke divaane tarase maa.

Hum sab par rahegi teri daya,
bhakto ko ye vishvaas hai maa.

Tera bhawan saja jin phoolon se,
un phoolon ki mahima khaas hai maa,
bada garv hai unako kismat par,
tera hua jo uname nivaas hai maa.


Tera Bhawan Saja Jin Phoolon Se

Lakhbir Singh Lakkha


Durga Bhajan



Tera Bhawan Saja Jin Phoolon Se – Lyrics in Hindi


तेरा भवन सजा जिन फूलों से

तेरा भवन सजा जिन फूलों से,
उन फूलों की महिमा खास है माँ।
बड़ा गर्व है उनको किस्मत पर,
तेरा हुआ जो उनमे निवास है माँ॥


उन फूलों को देवता नमन करे,
तेरी माला बनी जिन फूलों की।
तू झूलती जिनमे माला पहन,
क्या शान है माँ उन झूलों की।

कभी वैसी दया हम पर होगी,
तेरे भक्तो को पूरी आस है माँ॥

तेरा भवन सजा जिन फूलों से,
उन फूलों की महिमा खास है माँ।
बड़ा गर्व है उनको किस्मत पर,
तेरा हुआ जो उनमे निवास है माँ॥


कुछ फूल जो सांची निष्ठा के,
तेरी पावन पिण्डिया पे है चढ़े।
तेरी महक में उनकी महक घुली,
ये भाग्यवान है सबसे बड़े।

हर भाग्य की रेखा बदलने की,
दिव्य शक्ति तुम्हारे पास है माँ॥

तेरा भवन सजा जिन फूलों से,
उन फूलों की महिमा खास है माँ,
बड़ा गर्व है उनको किस्मत पर,
तेरा हुआ जो उनमे निवास है माँ॥


नित गगन की छत से सतरंगी,
तेरे मंदिरो पे फूल जो बरसे माँ।
उन फूलो को माथे लगाने को,
तेरे नाम के दिवाने तरसे माँ।

हम सब पर रहेगी तेरी दया,
भक्तो को ये विश्वास है माँ॥

तेरा भवन सजा जिन फूलों से,
उन फूलों की महिमा खास है माँ,
बड़ा गर्व है उनको किस्मत पर,
तेरा हुआ जो उनमे निवास है माँ॥

तेरा भवन सजा जिन फूलों से,
उन फूलों की महिमा खास है माँ,
बड़ा गर्व है उनको किस्मत पर,
तेरा हुआ जो उनमे निवास है माँ॥


Tera Bhawan Saja Jin Phoolon Se

Lakhbir Singh Lakkha


Durga Bhajan



Meethi Meethi Mere Saanware Ki Murli Baaje – Lyrics in Hindi


मीठी मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजे

मीठी मीठी मेरे सांवरे की,
मुरली बाजे, प्यारी बंसी बाजे।
होकर श्याम की दीवानी,
राधा रानी नाचे॥


छोटो सो कन्हैयो मेरो,
बांसुरी बजावे।
यमुना किनारे देखो,
रास रचावे।

पकड़ी राधे जी की बईया,
देखो घूमर घाले।
होकर श्याम की दीवानी,
राधा रानी नाचे।

मीठी मीठी मेरे सांवरे की,
मुरली बाजे, प्यारी बंसी बाजे।
होकर श्याम की दीवानी,
राधा रानी नाचे॥


छम छम बाजे देखो,
राधे की पैजनियाँ।
नाचे रे कन्हैयो मेरो,
छोड़ के मुरलिया।

राधे संग में नैन लड़ावे,
नाचे सागे सागे।
होकर श्याम की दीवानी,
राधा रानी नाचे॥

मीठी मीठी मेरे सांवरे की,
मुरली बाजे, प्यारी बंसी बाजे।
होकर श्याम की दीवानी,
राधा रानी नाचे॥


प्यारी प्यारी लागे देखो,
जोड़ी राधेश्याम की।
शान है या जान है या,
देखो सारे गाँव की।

राधेश्याम की जोड़ी ने,
हिवड़े माहि राखे,
होकर श्याम की दीवानी,
राधा रानी नाचे॥

मीठी मीठी मेरे सांवरे की,
मुरली बाजे, प्यारी बंसी बाजे।
होकर श्याम की दीवानी,
राधा रानी नाचे॥


बाजे रे मुरलिया देखो,
बाजे रे पैजनियाँ।
भगता ने बनाले तेरे,
गाँव की गुजरिया।

करदे बनवारी यो काम,
तेरो काई लागे।
होकर श्याम की दीवानी,
राधा रानी नाचे॥

मीठी मीठी मेरे सांवरे की,
मुरली बाजे, प्यारी बंसी बाजे।
होकर श्याम की दीवानी,
राधा रानी नाचे॥


Meethi Meethi Mere Saanware Ki Murli Baaje

Saurabh Madhukar


Krishna Bhajan