जय जय हरिहर गौरी शंकर


जय जय हरिहर गौरी शंकर

जय जय हरिहर गौरी शंकर,
ईश्वर दीन दयाला है।
राम नाम में समय बिताना,
सच्चा धर्म हमारा है।

हरि भजन में चित्त लगाना,
सच्चा धर्म हमारा है॥

सुबह शाम दिन रात जपे,
तब ही कल्याण हमारा है।
कैलाशी काशी के वासी,
भोला डमरूवाला है॥

हरि भजन में चित्त लगाना,
सच्चा धर्म हमारा है।

जय जय हरिहर गौरी शंकर,
ईश्वर दीन दयाला है।
राम नाम में समय बिताना,
सच्चा धर्म हमारा है॥

जटा जूट में गंग बिराजे,
शीश चन्द्रमा न्यारा है।
गले बीच लिपटे है विषधर,
कानन कुण्डलवाला है॥

हरि भजन में चित्त लगाना,
सच्चा धर्म हमारा है।

जय जय हरिहर गौरी शंकर,
ईश्वर दीन दयाला है।
राम नाम में समय बिताना,
सच्चा धर्म हमारा है॥

नाव पड़ी मझधार बीच में,
दीखता नही किनारा है।
भोलानाथ महेश्वर शम्भु,
पार लगानेवाला है॥

हरि भजन में चित्त लगाना,
सच्चा धर्म हमारा है।

जय जय हरिहर गौरी शंकर,
ईश्वर दीन दयाला है।
राम नाम में समय बिताना,
सच्चा धर्म हमारा है॥

अलख निरंजन भव दुख भंजन,
भक्तों का प्रतिपाला है।
जो ध्यावे इच्छा फल पावे,
पल में करत निहाला है॥

हरि भजन में चित्त लगाना,
सच्चा धर्म हमारा है।

जय जय हरिहर गौरी शंकर,
ईश्वर दीन दयाला है।
राम नाम में समय बिताना,
सच्चा धर्म हमारा है॥

नैन खोलकर देख रे मनवा,
जग में कौन तुम्हारा है।
भजन किये भव बन्धन टूटे,
छूटै सब संसारा है॥

हरि भजन में चित्त लगाना,
सच्चा धर्म हमारा है।

जय जय हरिहर गौरी शंकर,
ईश्वर दीन दयाला है।
राम नाम में समय बिताना,
सच्चा धर्म हमारा है॥


Jai Jai Harihar Gauri Shankar


Shiv Bhajan