ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे


ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे

ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं

ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं

हमरी उलझन, सुलझाओ भगवन
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं

तुम ही हमका हो संभाले,
तुम ही हमरे रखवाले

तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं


चन्दा में तुम ही तो भरे हो चांदनी
सूरज में उजाला तुम ही से

यह गगन हैं मगन,
तुम ही तो दिए इसे तारे

भगवन, यह जीवन तुम ही न सवारोगे,
तो क्या कोई सवारे

ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं


जो सुनो तो कहे प्रभुजी हमरी है विनती

दुखी जन को धीरज दो,
हारे नही वो कभी दुखसे

तुम निर्बल को रक्षा दो,
रहें पाए निर्बल सुख से

भक्ति को शक्ति दो
भक्ति को शक्ति दो


जग के जो स्वामी हो,
इतनी तो अरज सुनो

हैं पथ में अंधियारे,
दे दो वरदान में उजियारे

ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं

हमरी उलझन, सुलझाओ भगवन
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं


ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं

हमरी उलझन, सुलझाओ भगवन
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं

ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं


O Palan Hare Nirgun Aur Nyare

Lata Mangeshkar


Krishna Bhajan



भगवान् कृष्ण से प्रार्थना

यह सत्य है, है आप मुझमें
और मैं आपमें।
जलमें भरी ज्यों भाप है,
वह भी भरा है भाप में॥

हम आप दोनों एक है,
है भिन्नता कहिये कहां।
जिसमें नहीं है आप,
ऐसा तत्व त्रिभुवनमें कहां?

तो भी यही चित्त चाह है,
सेवा करूं नित आपकी।
सच्ची लगन हो हे प्रभो,
तव नामके शुभ जापकी॥

देखा करूं सुन्दर तुम्हारी
मूर्ति ही मनमोहनी।
सुनता रहूं सरस कथा,
बस आपकी ही सोहनी॥

इससे अधिक सुख है नहीं,
यदि हो ना लूंगा मैं कभी।
ईश्वर भक्ति में ही मुझे,
आनंद मिलता है सभी॥

हे भगवन, सेवक की प्रार्थना
यह पूर्ण कृपया कीजिये।
दासानु-दासोमें दयाकर नाम
मेरा लिख लीजिये॥


Krishna Bhajan