तू प्यार का सागर है, तेरी एक बूँद के प्यासे हम


तू प्यार का सागर है

तू प्यार का सागर है,
तेरी एक बूँद के प्यासे हम।
लौटा जो दिया तूने,
चले जायेंगे जहां से हम॥

तू प्यार का सागर है,
तेरी एक बूँद के प्यासे हम।
तू प्यार का सागर है


घायल मन का पागल पंछी,
उड़ने को बेकरार।
पंख हैं कोमल, आँख है धुंधली,
जाना है सागर पार।

अब तू ही इसे समझा,
राह भूले थे कहाँ से हम॥

तू प्यार का सागर है,
तेरी एक बूँद के प्यासे हम।
तू प्यार का सागर है


इधर झूम के गाए जिन्दगी,
उधर है मौत खड़ी।
कोई क्या जाने कहाँ है सीमा,
उलझन आन पड़ी।

कानों में ज़रा कह दे
कानों में ज़रा कह दे के
आये कौन दिशा से हम॥

तू प्यार का सागर है,
तेरी एक बूँद के प्यासे हम।
तू प्यार का सागर है
तू प्यार का सागर है

तू प्यार का सागर है,
तेरी एक बूँद के प्यासे हम।


Tu Pyar Ka Sagar Hai

Manna Dey


Prayer Songs – Prayers



सच्ची भावना से ईश्वर की प्रार्थना

प्रार्थना का अपना प्रभाव होता है। लेकिन प्रार्थना रट कर, बिना भाव के केवल बड़े-बड़े शब्द कह देने से भगवान से नहीं जुड़ पाते है। बड़े-बड़े कर्मकांड में उलझ कर भी अगर व्यक्ति प्रार्थना करता हैं तो भी प्रार्थना प्रार्थना नहीं होती। कर्मकांड पूर्ण करने की औपचारिकता जरूर पूरी हो जाती है।

जिन लोगों की प्रार्थनाओं में असर था और जिनकी प्रार्थनाये सुनी गई, उनकी स्थिति के बारे में सोचे तो दिखाई देता है की वे लोग बहुत गरीब, साधारण से शब्द बोलते हुए साधारण लोग थे। लेकिन उनके शब्दों से भी ज्यादा उनकी भाव दशा बड़ी महत्वपूर्ण थी।

इसलिए चाहे सूरदास हो, सावता माळी हो, सेन नाई हो, करमा बाई हो, सदना कसाई हो या धन्ना जाट हो। ये बहोत साधारण से लोग थे। लेकिन उनकी भावनाएं बड़ी अद्भुत थी। इनके पास कर्मकांड का कोई प्रशिक्षण भी नहीं था।

इसलिए आश्चर्यजनक बात है कि पूजा की विधियां जानने वाला एक अहंकारी व्यक्ति मंदिर में खड़े होकर भी भगवान से दूर हो जाता हैं और वही दूसरी ओर मंदिर में ना पहुंच कर भी कहीं बैठा हुआ सच्ची भक्ति भावना वाला व्यक्ति अपने भगवान के निकट हो जाता है। और कभी-कभी तो वह भगवान को उस जगह में आमंत्रित करने में सफल हो जाता है। उसकी प्रार्थना सफल हो जाती है, और भगवान दर्शन देते हैं। ऐसे कई उदाहरण संसार में देखने को मिलते रहे हैं।


Prayer Songs – Prayers