जय अम्बे जगदम्बे माता जय अम्बे


जय अम्बे जगदम्बे माता जय अम्बे

जग की रचना रचने वाली तेरे हाथ हज़ार
इस भाव सागर में है तेरे नाम से बेडा पार

मन में पाप कपट को लेकर बंदा शीश झुकाए
फिर भी तेरे द्वार से माता, खाली कोई न जाए
खाली कोई न जाए

जय अंबे जगदम्बे माता, जय अंबे


जय अम्बे जगदम्बे माता जय अम्बे माँ..
धौला वालिये, ज्योता वालिये,
नि मैं आई तेरे द्वारे माँ..

जय अम्बे जगदम्बे माता जय अम्बे माँ..
जय अंबे जगदम्बे माता जय अम्बे
धौला वालिये, ज्योता वालिये,
नि मैं आई तेरे द्वारे माँ…

जय अम्बे जगदम्बे माता जय अम्बे माँ..
जय अंबे जगदम्बे माता जय अम्बे


तेरी मर्ज़ी से चलता है,
जग संसार ये सारा
पाप का भागी बनता है,
फिर क्यों इंसान बेचारा
मेरी माँ…

मुरख ग्यानी और लुटेरे,
सब है खेल खिलोने तेरे,
किसको छोड़े किसको घेरे,
तेरे है रंग न्यारे माँ..

जय अंबे जगदम्बे माता जय अम्बे माँ..
जय अम्बे जगदम्बे माता जय अम्बे


भक्त जानो की भीड़ भी है,
और फिरते है दरबान
आगे बढ़कर कैसे ले लू,
माता का वरदान
मेरी माँ…

सबकी विपदा हरने वाली,
सब पर किरपा करने वाली
सबकी झोली भरने वाली,
मुझको भी रस्ता दिखा, मेरी माँ.

जय अम्बे जगदम्बे माता जय अम्बे माँ..
जय अम्बे जगदम्बे माता जय अम्बे

पोहना वालिये ज्योता वालिये,
नि मैं आई तेरे द्वारे माँ

जय अम्बे जगदम्बे माता जय अम्बे माँ..
जय अंबे जगदम्बे माता जय अम्बे
जय अम्बे जगदम्बे माता जय अम्बे


Jay Ambe Jagdambe Mata, Jay Ambe


Durga Bhajan