आओ कन्हैया, आओ मुरारी


आओ कन्हैया, आओ मुरारी

आओ कन्हैया, आओ मुरारी,
तेरे दर पे आया सुदामा भिखारी॥
क्या मैं बताऊँ, क्या मैं सुनाऊँ,
एक दुःख नहीं जो मन में छिपाऊँ।

घट-घट की जानत हो, तुम हे मुरारी,
तेरे दरपे आया सुदामा भिखारी॥


ना तो डगर है, ना कोई घर है,
फटे हुए कपड़े हैं, तुझे सब खबर है।

क्या तुम परीक्षा, लेते मुरारी,
तेरे दरपे आया सुदामा भिखारी॥

आओ कन्हैया, आओ मुरारी,
तेरे दर पे आया सुदामा भिखारी॥


नैनोंमें आँसू, उठे ना कदम है,
आओ कन्हैया अब तो होठों पे दम है।

आकर के देखो, दशा तो हमारी,
तेरे दरपे आया सुदामा भिखारी॥

आओ कन्हैया, आओ मुरारी,
तेरे दर पे आया सुदामा भिखारी॥


आवाज मेरी, पहुँची नहीं क्या,
दरबान ने तुझ को खबर नहीं दी क्या।

जरा आके देखो, दशा तो हमारी,
तेरे दरपे आया सुदामा भिखारी॥

आओ कन्हैया, आओ मुरारी,
तेरे दर पे आया सुदामा भिखारी॥


क्या मुझ में दोष हुआ, हुआ क्या गुनाह है,
दीनों के नाथ क्यों निठुर बना है।

पाप किया क्या, है मैंने भारी,
तेरे दरपे आया सुदामा भिखारी॥

आओ कन्हैया, आओ मुरारी,
तेरे दर पे आया सुदामा भिखारी॥


आओ कन्हैया, छूटे अब तो दम है,
अगर अब ना आये तो माँ की कसम है।

सुनके कसम पहुँचे, मिलने मुरारी,
तेरे दर पे आया सुदामा भिखारी॥

आओ कन्हैया, आओ मुरारी,
तेरे दर पे आया सुदामा भिखारी॥


Aao Kanhaiya Aao Murari

Devkinandan Thakur


Krishna Bhajan