Nazar Mein Rehte Ho, Magar – Lyrics in Hindi


नजर में रहते हो, मगर तुम नजर नहीं आते

नजर में रहते हो, मगर तुम नजर नहीं आते।
ये दिल बुलाये श्याम, तुम्हे पर तुम नहीं आते।
नजर में रहते हो, मगर तुम नजर नहीं आते॥


सांसो की हर डोर पुकारे साँवरिया,
नैना तुझको ही ढूंढे है साँवरिया।
तू जो नैनो में आ जाए मेरे,
नैनो को बंद करलू साँवरिया॥

इधर नहीं आते, साँवरे इधर नहीं आते।
ये दिल बुलाये श्याम, तुम्हे पर तुम नहीं आते॥
नजर में रहते हो….


होता है आभास तुम्हारा सांवरिया,
लगता है तू पास खड़ा है सांवरिया।
गिरने के पहले ही संभालोगे,
हम को यकीन है ये सांवरिया॥

मेहर नहीं करते, क्यों तुम मेहर नहीं करते।
ये दिल बुलाये श्याम, तुम्हे पर तुम नहीं आते॥
नजर में रहते हो….


भक्त तेरा नाम जपे है साँवरिया,
हर पल तेरी राह तके है साँवरिया।
तेरे आने की आस लिए दिल में,
तक तक नैना थके है सांवरिया॥

खबर नहीं लेते हमारी खबर नहीं लेते।
ये दिल बुलाये श्याम तुम्हे, पर तुम नहीं आते॥
नजर में रहते हो….


नजर में रहते हो, मगर तुम नजर नहीं आते।
ये दिल बुलाये श्याम, तुम्हे पर तुम नहीं आते।
नजर में रहते हो, मगर तुम नजर नहीं आते॥


Nazar Mein Rehte Ho Magar Tum Nazar Nahi Aate

Kamlesh Deepak Drolia


Krishna Bhajan



Fasi Bhawar Me Thi Meri Naiya – Lyrics in Hindi


फसी भंवर में थी मेरी नैया

फसी भंवर में थी मेरी नैया,
चलाई तूने तो चल पड़ी है।

पड़ी जो सोई थी मेरी किस्मत,
पड़ी जो सोई थी मेरी किस्मत,
वो मौज करने निकल पड़ी है॥

फसी भवर में थी मेरी नैया,
चलाई तूने तो चल पड़ी है।


भरोसा था मुझको मेरे बाबा,
यकीन था तेरी रहमतों पे।

था बैठा चोखट पे तेरी कब से,
था बैठा चोखट पे तेरी कब से,
निगाहें निर्धन पे अब पड़ी है॥

फसी भवर में थी मेरी नैया,
चलाई तूने तो चल पड़ी है।


सजाऊँ तुझको निहारूँ तुझको,
पखारूँ चरणों को मैं श्याम तेरे।

मैं नाचूँ बनकर के मोर बाबा,
मैं नाचूँ बनकर के मोर बाबा,
ये भावनाएं मचल पड़ी है॥

फसी भवर में थी मेरी नैया,
चलाई तूने तो चल पड़ी है।


हँसे या कुछ भी कहे जमाना,
जो रूठे तो कोई गम नही है।

मगर जो रूठा तू बाबा मुझसे,
मगर जो रूठा तू बाबा मुझसे,
बहेगी अश्को की ये झड़ी है॥

फसी भवर में थी मेरी नैया,
चलाई तूने तो चल पड़ी है।


फसी भंवर में थी मेरी नैया,
चलाई तूने तो चल पड़ी है।

पड़ी जो सोई थी मेरी किस्मत,
पड़ी जो सोई थी मेरी किस्मत,
वो मौज करने निकल पड़ी है॥

फसी भवर में थी मेरी नैया,
चलाई तूने तो चल पड़ी है।


Fasi Bhawar Me Thi Meri Naiya

Uma Lahari


Krishna Bhajan



Sawre Ko Dil Me Basa Kar To Dekho – Lyrics in Hindi


सांवरे को दिल में बसा कर तो देखो

सांवरे को दिल में बसा कर तो देखो,
दुनिया से मन को हटा कर तो देखो।

सांवरे को दिल में बसा कर तो देखो,
दुनिया से मन को हटा कर तो देखो।

बड़ा ही दयालु है बांके बिहारी,
एक बार वृन्दावन आ कर तो देखो॥


बांके बिहारी भक्तों के दिलदार,
सदा लुटाते हैं कृपा के भण्डार।


मीरा ने जैसे गिरिधर को पाया,
प्याला ज़हर का अमृत बनाया।

तुम अपनी हस्ती मिटा कर तो देखो,
एक बार वृन्दावन आ कर तो देखो॥


तेरी पल में झोली वो भर देगा,
दुःख दर्द जिंदगी के वो हर लेगा।

चौखट पे दामन फैला कर तो देखो,
एक बार वृन्दावन आ कर तो देखो॥


श्याम बिना तेरा कोई ना अपना,
ये दुनिया है सब झुटा सपना।

नजरो से परदा हटाकर तो देखो,
एक बार वृन्दावन आ कर तो देखो॥


चित्र विचित्र का तो बस यही कहना,
प्रभु चरणो से कही दूर नहीं रहना।

जिंदगी यह बंदगी में मिटा कर तो देखो,
एक बार वृन्दावन आ कर तो देखो॥


सांवरे को दिल में बसा कर तो देखो,
दुनिया से मन को हटा कर तो देखो।

बड़ा ही दयालु है बांके बिहारी,
एक बार वृन्दावन आ कर तो देखो॥


Sawre Ko Dil Me Basa Kar To Dekho

Chitra Vichitra Ji Maharaj


Krishna Bhajan



Sancha Naam Tera Tu Shyam Mera – Lyrics in Hindi


साँचा नाम तेरा, तू श्याम मेरा

साँचा नाम तेरा, साँचा नाम तेरा
तू श्याम मेरा, साँचा नाम तेरा,
तू श्याम मेरा

सगरा जगत है झूठा साथी,
टूटे दीपक, बुझ जाए बाती

हर रंग में तू संग में है,
चाहे साँझ हो, चाहे सवेरा
साँचा नाम तेरा,
तू श्याम मेरा, साँचा नाम तेरा


मैं तुझमें खोई रे,
दूजा ना कोई रे, जागी या सोई रे
तू एक अपना जीवन सपना

सगरा जगत है झूठा साथी
टूटे दीपक बुझ जाए बाती

मैने बिगाड़ा हर काम अपना,
तूने सँवारा हर काम मेरा

साँचा नाम तेरा,
तू श्याम मेरा, साँचा नाम तेरा


दुःख सुख की धारा,
तू है किनारा, मनमोहन प्यारा
सब का खेवैया कृष्ण कन्हैया

सगरा जगत है झूठा साथी,
टूटे दीपक बुझ जाए बाती

तोड़ के ये मन मंदिर बना लूँ,
हो मन के मंदिर में धाम तेरा

साँचा नाम तेरा,
तू श्याम मेरा, साँचा नाम तेरा


सगरा जगत है झूठा साथी,
टूटे दीपक, बुझ जाए बाती
हर रंग में तू संग में है,
चाहे साँझ हो, चाहे सवेरा
साँचा नाम तेरा,
तू श्याम मेरा, साँचा नाम तेरा


Sancha Naam Tera Tu Shyam Mera

Asha Bhosle, Usha Mangeshkar


Krishna Bhajan



Aasra Is Jahan Ka Mile Na Mile – Lyrics in Hindi with Meanings


आसरा इस जहाँ का मिले ना मिले

आसरा इस जहाँ का मिले ना मिले।
मुझको तेरा सहारा सदा चाहिये॥
चाँद तारे गगन में दिखे ना दिखे।
मुझको तेरा नजारा सदा चाहिये॥
आसरा इस जहाँ का….


यहाँ खुशियों हैं कम और ज्यादा है गम।
जहाँ देखो वहीं है, भरम ही भरम॥
मेरी महफिल में शमां जले ना जले।
मेरे दिल में उजाला तेरा चाहिये॥
आसरा इस जहाँ का….


कभी वैराग है, कभी अनुराग है।
जहां बदले है माली, वही बाग़ है॥
मेरी चाहत की दुनिया बसे ना बसे।
मेरे दिल में बसेरा सदा चाहिये॥
आसरा इस जहाँ का….


मेरी धीमी है चाल और पथ है विशाल।
हर कदम पर मुसीबत, अब तू ही संभाल॥
पैर मेरे थके हैं, चले ना चले।
मेरे दिल में इशारा तेरा चाहिये॥
आसरा इस जहाँ का….


चाँद तारे फलक पर (गगन में) दिखे ना दिखे।
मुझको तेरा नजारा सदा चाहिये॥
आसरा इस जहाँ का मिले ना मिले।
मुझको तेरा सहारा सदा चाहिये॥


Aasra Is Jahan Ka Mile Na Mile


Krishna Bhajan



आसरा इस जहाँ का मिले ना मिले भजन का आध्यात्मिक अर्थ

इस भजन के बोल ईश्वर की निरंतर उपस्थिति और समर्थन के लिए भक्ति और लालसा को व्यक्त करते हैं।

आसरा इस जहाँ का मिले ना मिले।
मुझको तेरा सहारा सदा चाहिये॥

चाहे मुझे इस दुनिया में सहारा मिले या न मिले, मुझे हमेशा आपके (भगवान के) सहारे की जरूरत है।

ये पंक्तियाँ भक्त के इस अहसास को दर्शाता है कि सांसारिक समर्थन अनिश्चित या अस्थायी हो सकता है, लेकिन वे दिव्य के निरंतर और अटूट समर्थन की तलाश करते हैं।

यह ईश्वर के साथ स्थायी संबंध की चाहत पर जोर देता है, चाहे वे दुनिया में किसी भी परिस्थिति का सामना करें।

चाँद तारे गगन में दिखे ना दिखे।
मुझको तेरा नजारा सदा चाहिये॥

चाहे चाँद और तारे आकाश में दिखाई दें या नहीं, मैं हमेशा आपकी (भगवान की) उपस्थिति का दर्शन चाहता हूँ।

यह पंक्ति बाहरी परिस्थितियों या खगोलीय घटनाओं की दृश्यता के बावजूद, भक्त की भगवान की उपस्थिति का अनुभव करने की इच्छा व्यक्त करता है।

यह हर समय ईश्वर की दिव्य उपस्थिति का अनुभव करने की गहरी इच्छा को दर्शाता है।

यहाँ खुशियों हैं कम और ज्यादा है गम।
जहाँ देखो वहीं है, भरम ही भरम॥

यहाँ तो सुख कम, दु:ख ज्यादा है। जहाँ भी मैं देखता हूँ, यह सब एक भ्रम है।

ये पंक्तियाँ सांसारिक सुख-दुख की क्षणिक एवं भ्रामक प्रकृति को दर्शाता है। भक्त को एहसास होता है कि सांसारिक अनुभव अस्थायी हैं और भ्रम के अधीन हैं।

यह भक्तों की ईश्वर में अटूट आस्था और सांसारिक चीजों की नश्वरता की उनकी मान्यता पर जोर देता है।

मेरी महफिल में शमां जले ना जले।
मेरे दिल में उजाला तेरा चाहिये॥

चाहे मेरी महफ़िल में दिया जले या न जले, मुझे हमेशा मेरे दिल में आपकी (भगवान की) मौजूदगी की रोशनी चाहिए।

ये लाइन्स बाहरी परिस्थितियों या उत्सवों की परवाह किए बिना, उनके दिल और आत्मा को रोशन करने के लिए दिव्य प्रकाश की भक्त की आंतरिक लालसा का प्रतीक है।

कभी वैराग है, कभी अनुराग है।
जहां बदले है माली, वही बाग़ है॥

कभी वैराग्य होता है, कभी मोह होता है। माली (भगवान) बदल जाता है, लेकिन बगीचा वही रहता है।

यह कविता मानवीय भावनाओं की दोहरी प्रकृति को स्वीकार करती है, जहां कभी-कभी व्यक्ति दुनिया से अलग महसूस करता है, और कभी-कभी, प्यार और लगाव की गहरी भावना होती है।

भक्त यह पहचानता है कि बगीचे (जीवन) के देखभालकर्ता भगवान अलग-अलग रूप में प्रकट हो सकते हैं, लेकिन दुनिया और उसके अनुभव स्थिर रहते हैं।

मेरी चाहत की दुनिया बसे ना बसे।
मेरे दिल में बसेरा सदा चाहिये॥

चाहे मेरी इच्छाओं की दुनिया प्रकट हो या न हो, मैं हमेशा अपने दिल में (भगवान् के लिए) एक स्थायी निवास की तलाश में रहता हूँ।

यह पंक्तियाँ भक्तों के हृदय में ईश्वर के लिए स्थायी निवास की इच्छा को दर्शाता है, भले ही उनकी सांसारिक इच्छाएँ पूरी हों या नहीं।

मेरी धीमी है चाल और पथ है विशाल।
हर कदम पर मुसीबत, अब तू ही संभाल॥

मेरी गति धीमी है, और पथ विशाल है। हर कदम पर, केवल आप (भगवान) ही प्रतिकूल परिस्थितियों को संभाल सकते हैं।

यह श्लोक भक्त की अपनी सीमाओं की पहचान और आध्यात्मिक पथ की विशालता को दर्शाता है।

वे जीवन की चुनौतियों से निपटने और कठिनाइयों पर काबू पाने के लिए विनम्रतापूर्वक ईश्वर का मार्गदर्शन और समर्थन चाहते हैं।

पैर मेरे थके हैं, चले ना चले।
मेरे दिल में इशारा तेरा चाहिये॥

मेरे पैर थक सकते हैं, चाहे मैं चल सकूं या न चल सकूं, मुझे अपने दिल में हमेशा आपके (भगवान के) मार्गदर्शन की जरूरत है।

यह श्लोक भक्त की अपनी शारीरिक सीमाओं को स्वीकार करने और जीवन में आगे बढ़ने के लिए भगवान के आंतरिक मार्गदर्शन पर निर्भरता को दर्शाता है।

ये गीत भक्त की भक्ति, समर्पण और ईश्वर के साथ निरंतर संबंध की लालसा का उदाहरण देते हैं। वे इस समझ को व्यक्त करते हैं कि ईश्वर जीवन की यात्रा के सभी पहलुओं में अंतिम देखभालकर्ता, मार्गदर्शक और शाश्वत समर्थन है।

यह भक्त की सांसारिक मामलों की नश्वरता की पहचान को दर्शाता है। वे भौतिक संसार की क्षणभंगुर प्रकृति के बीच निरंतर समर्थन, ईश्वर की उपस्थिति और आंतरिक ज्ञान की तलाश करते हैं।


सच्चा भक्त और ईश्वर भक्ति

सच्चे भक्त का एक ही धर्म रहता है, जिससे वह सारे बंधनों से मुक्त हो जाता है और सारे दुखों से मुक्ति पा लेता है। वह परम धर्म है – भगवान का हो जाना।

भगवानकी ही भक्ति करना, भगवान की ही पूजा करना, भगवान को ही नमस्कार करना, और भगवान के ही कर्म करना। जब वह ऐसा करता है तब भगवान के अतिरिक्त न कहीं आसक्ति रहती है और ना ममता। सारा अहंकार निकलकर वह एक ही जगह केंद्रित हो जाता है कि वह भगवान का है। वह नित्य निरंतर सदा के लिए भगवान का हो जाता है।


Krishna Bhajan



Har Saans Mein Ho Sumiran Tera – Lyrics in Hindi


हर साँस में हो सुमिरन तेरा

हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा

तेरी पूजा करते बीते साँझ सवेरा
यूँ बीत जाये जीवन मेरा


नैनो की खिड़की से तुमको पल पल मै निहारूँ
मन में बिठालू, तेरी आरती उतारूँ

डाले रहू तेरे चरणों में डेरा,
यूँ बीत जाए जीवन मेरा

हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाए जीवन मेरा


जो भी तेरा प्यारा हो, वो मेरे दिल का प्यारा हो
मेरे सर का ताज मेरी आँखों का तारा हो

सबमे निहारूँ रूप सुनहरा,
यूँ बीत जाए जीवन मेरा

हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाए जीवन मेरा


प्यार हो, सत्कार हो, एतबार हो तुम्हारा
सुख भी हो सारे और याद हो इशारा

हो आत्मा पर तेरा ही डेरा,
यूँ बीत जाए जीवन मेरा

हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाए जीवन मेरा


तेरी पूजा करते बीते साँझ सवेरा,
यूँ बीत जाए जीवन मेरा

हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाए जीवन मेरा

प्यारे यूँ बीत जाए जीवन मेरा

राधे राधे गोविन्द, गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द, गोविन्द राधे

गोविन्द राधे, गोपाल राधे
गोविन्द राधे, गोपाल राधे


Har Saans Mein Ho Sumiran Tera

Shri Vinod Agarwal


Krishna Bhajan



O Palan Hare Nirgun Aur Nyare – Lyrics in Hindi


ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे

ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं

ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं

हमरी उलझन, सुलझाओ भगवन
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं

तुम ही हमका हो संभाले,
तुम ही हमरे रखवाले

तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं


चन्दा में तुम ही तो भरे हो चांदनी
सूरज में उजाला तुम ही से

यह गगन हैं मगन,
तुम ही तो दिए इसे तारे

भगवन, यह जीवन तुम ही न सवारोगे,
तो क्या कोई सवारे

ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं


जो सुनो तो कहे प्रभुजी हमरी है विनती

दुखी जन को धीरज दो,
हारे नही वो कभी दुखसे

तुम निर्बल को रक्षा दो,
रहें पाए निर्बल सुख से

भक्ति को शक्ति दो
भक्ति को शक्ति दो


जग के जो स्वामी हो,
इतनी तो अरज सुनो

हैं पथ में अंधियारे,
दे दो वरदान में उजियारे

ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं

हमरी उलझन, सुलझाओ भगवन
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं


ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं

हमरी उलझन, सुलझाओ भगवन
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं

ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे
तुम्हरे बिन हमरा कौनो नाहीं


O Palan Hare Nirgun Aur Nyare

Lata Mangeshkar


Krishna Bhajan



भगवान् कृष्ण से प्रार्थना

यह सत्य है, है आप मुझमें
और मैं आपमें।
जलमें भरी ज्यों भाप है,
वह भी भरा है भाप में॥

हम आप दोनों एक है,
है भिन्नता कहिये कहां।
जिसमें नहीं है आप,
ऐसा तत्व त्रिभुवनमें कहां?

तो भी यही चित्त चाह है,
सेवा करूं नित आपकी।
सच्ची लगन हो हे प्रभो,
तव नामके शुभ जापकी॥

देखा करूं सुन्दर तुम्हारी
मूर्ति ही मनमोहनी।
सुनता रहूं सरस कथा,
बस आपकी ही सोहनी॥

इससे अधिक सुख है नहीं,
यदि हो ना लूंगा मैं कभी।
ईश्वर भक्ति में ही मुझे,
आनंद मिलता है सभी॥

हे भगवन, सेवक की प्रार्थना
यह पूर्ण कृपया कीजिये।
दासानु-दासोमें दयाकर नाम
मेरा लिख लीजिये॥


Krishna Bhajan



Shyama Tere Charno Ki Dhool – Lyrics in Hindi


श्यामा तेरे चरणों की, गर धूल जो मिल जाए

श्यामा तेरे चरणों की, राधे तेरे चरणों की,
गर धूल जो मिल जाए।
सच कहता हूँ मेरी
तकदीर बदल जाए

श्यामा तेरे चरणों की,
राधे तेरे चरणों की


सुनता हूँ तेरी रहमत,
दिन रात बरसती है।
एक बूँद जो मिल जाए,
दिल की कली खिल जाए॥

श्यामा तेरे चरणों की,
राधे तेरे चरणों की


यह मन बड़ा चंचल है,
कैसे तेरा भजन करूँ।
जितना इसे समझाऊं,
उतना ही मचल जाए॥

श्यामा तेरे चरणों की,
राधे तेरे चरणों की


नजरों से गिराना ना,
चाहे जितनी सजा देना।
नजरों से जो गिर जाए,
मुश्किल ही संभल पाए॥

श्यामा तेरे चरणों की,
राधे तेरे चरणों की


श्यामा इस जीवन की
बस एक तमन्ना है।
तुम सामने हो मेरे और
प्राण निकल जाए॥

श्यामा तेरे चरणों की,
राधे तेरे चरणों की
गर धूल जो मिल जाए।


Shyama Tere Charno Ki Dhool

Sanjay Mittal


Krishna Bhajan



Govind Jai Jai, Gopal Jai Jai – Lyrics in Hindi


गोविन्द जय – जय गोपाल जय – जय

गोविन्द जय-जय गोपाल जय-जय।
राधा-रमण हरि, गोविन्द जय-जय॥

गोविन्द जय-जय, गोपाल जय-जय।
राधा-रमण हरि, गोविन्द जय-जय॥


ब्रह्माकी जय-जय, विष्णूकी जय-जय।
उमा- पति शिव शंकरकी जय-जय॥

गोविन्द जय-जय, गोपाल जय-जय।
राधा-रमण हरि, गोविन्द जय-जय॥


राधाकी जय-जय, रुक्मनिकी जय-जय।
मोर-मुकुट बन्सीवाले की जय-जय॥

गोविन्द जय-जय, गोपाल जय-जय।
राधा-रमण हरि, गोविन्द जय-जय॥


गंगाकी जय-जय, यमुनाकी जय-जय।
सरस्वती, त्रिवेणीकी जय-जय॥

गोविन्द जय-जय गोपाल जय-जय।
राधा-रमण हरि, गोविन्द जय-जय॥


रामजीकी जय-जय, श्यामजीकी जय-जय।
दशरथ-कुँवर चारों भैयों की जय-जय॥

गोविन्द जय-जय गोपाल जय-जय।
राधा-रमण हरि, गोविन्द जय-जय॥


कृष्णाकी जय-जय, लक्ष्मीकी जय-जय।
कृष्ण-बलदेव दोनों भाइयोंकी जय-जय॥

गोविन्द जय-जय, गोपाल जय-जय।
राधा-रमण हरि, गोविन्द जय-जय॥


Govind Jai Jai, Gopal Jai Jai

Anup Jalota


Krishna Bhajan



Meri Lagi Shyam Sang Preet – Lyrics in Hindi


मेरी लगी श्याम संग प्रीत

मेरी लगी श्याम संग प्रीत,
ये दुनिया क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत,
ये दुनिया क्या जाने
क्या जाने कोई क्या जाने
क्या जाने कोई क्या जाने

मेरी लगी श्याम संग प्रीत,
ये दुनिया क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत,
ये दुनिया क्या जाने

क्या जाने कोई क्या जाने
क्या जाने कोई क्या जाने

मेरी लगी श्याम संग प्रीत,
ये दुनिया क्या जाने


छवि लगी मन श्याम की जब से
भई बावरी मैं तो तब से
बाँधी प्रेम की डोर मोहन से
नाता तोड़ा मैंने जग से

ये कैसी पागल प्रीत,
ये दुनिया क्या जाने
ये कैसी निगोड़ी प्रीत,
ये दुनिया क्या जाने

क्या जाने कोई क्या जाने
क्या जाने कोई क्या जाने

मेरी लगी श्याम संग प्रीत,
ये दुनिया क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत,
ये दुनिया क्या जाने


मोहन की सुन्दर सूरतिया
मन में बस गयी मोहनी मूरतिया
जब से ओढ़ी शाम चुनरिया
लोग कहे मैं भई बावरिया

मैंने छोड़ी जग की रीत,
ये दुनिया क्या जाने
मैंने छोड़ी जग की रीत,
ये दुनिया क्या जाने

मुझे मिल गया मन का मीत,
ये दुनिया क्या जाने

क्या जाने कोई क्या जाने
क्या जाने कोई क्या जाने

मेरी लगी श्याम संग प्रीत,
ये दुनिया क्या जाने


हर दम अब तो रहूँ मस्तानी
लोक लाज दीनी बिसरानी
रूप राशि अंग अंग समानी
हे रत हे रत रहूँ दीवानी

मै तो गाऊँ ख़ुशी के गीत,
ये दुनिया क्या जाने

क्या जाने कोई क्या जाने
क्या जाने कोई क्या जाने

मेरी लगी श्याम संग प्रीत,
ये दुनिया क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत,
ये दुनिया क्या जाने


मोहन ने ऐसी बंसी बजायी
सब ने अपनी सुध बिसरायी
गोप गोपिया भागी आई
लोक लाज कुछ काम न आई
फिर बाज उठा संगीत.
ये दुनिया क्या जाने

क्या जाने कोई क्या जाने
क्या जाने कोई क्या जाने

मेरी लगी श्याम संग प्रीत,
ये दुनिया क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत,
ये दुनिया क्या जाने


भूल गयी कही आना जाना
जग सारा लागे बेगाना
अब तो केवल शाम सुहाना
रूठ जाये तो उन्हें मनाना
अब होगी प्यार की जीत,
ये दुनिया क्या जाने

क्या जाने कोई क्या जाने
क्या जाने कोई क्या जाने

मेरी लगी श्याम संग प्रीत,
ये दुनिया क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत,
ये दुनिया क्या जाने


Meri Lagi Shyam Sang Preet

Shri Vinod Agarwal


Jaya Kishori Ji


Krishna Bhajan