Ganpati Ki Seva Mangal Meva – Lyrics in English


Ganpati Ki Seva Mangal Meva – Shri Ganesh Aarti

Ganpati ki seva mangal meva,
seva se sab vighna tare.

Tin lok taitis devta,
dwar khade sab arj kare.
(Tin lok ke sakal devta,
dwar khade nit arj kare.)

Riddhi-Siddhi dakshin vaam viraaje,
aru aanand so chavar kare.
Dhoop deep aur liye aarti,
bhakt khade jaykaar kare.

Gud ke modak bhog lagat hai,
mushak vaahan chadha kare.
Saumya-roop seva Ganpati ki,
vighna bhaag-ja door pare.

Bhaado maas aur shukla chaturthi,
din dopaara poor pare.
Liyo janm Ganpati prabhuji ne,
Durga man anand bhare.

Adbhut baaja baja Indra ka,
dev vadhu jahan gaan kare.
Shri Shankar ke anand upajyo,
naam sunya sab vighna tare.

Aan vidhaata baithe aasan,
Indra apsara nritya kare.
Dekhat ved Brahmaaji jaako,
vighna vinaashak naam dhare.

Ekadant Gajvadan Vinaayak,
trinayan roop anoop dhare.
Pagathambha sa udar pusht hai,
dekh Chandrama haasya kare.

De shraap shri Chandradev ko,
kalaahin tatkaal karen.
Chaudah lok me phire Ganpati,
tin bhuvan mein raajya kare.

Ganpati ki pooja pahle karani,
kaam sabhi nirvighn sarai.
Shri prataap Ganpati ji ko,
haath jod stuti kare.

Ganpati ki seva mangal meva,
seva se sab vighna tare.

Tin lok taitis devta,
dwar khade sab arj kare.
(Tin lok ke sakal devta,
dwar khade nit arj kare.)

Bolo Gajanan Maharaj ki Jai

Shlok:
Vakratund Mahaakaay,
Suryakoti Samaprabhah.

Nirvaghnam kuru me dev,
sarva kaaryeshu sarvadaa.

Ganpati ki seva mangal meva,
seva se sab vighna tare.
Tin lok taitis devta,
dwar khade sab arj kare.


Ganpati Ki Seva Mangal Meva – Shri Ganesh Aarti

Suresh Wadkar


Ganesh Bhajan



Ganpati Ki Seva Mangal Meva – Lyrics in Hindi with Meanin


श्री गणेश आरती – गणपति की सेवा मंगल मेवा

गणपति की सेवा मंगल मेवा लिरिक्स के इस पेज में पहले आरती के हिंदी लिरिक्स दिए गए है।

बाद में इस आरती का आध्यात्मिक महत्व दिया गया है और इसकी पंक्तियों से हमें कौन कौन सी बातें सीखने को मिलती है यह बताया गया है।

इस आरती से हमें गणेशजी के महत्व, रूप, और उनके धार्मिक अर्थ के साथ साथ उनकी भक्ति भक्तों के लिए कैसे महत्वपूर्ण हैं, यह समझने को मिलता है।


Ganpati Ki Seva Mangal Meva Lyrics

गणपति की सेवा मंगल मेवा, सेवा से सब विध्न टरें।
तीन लोक तैतिस देवता, द्वार खड़े सब अर्ज करे॥
(Or –
तीन लोक के सकल देवता, द्वार खड़े नित अर्ज करें॥)


ऋद्धि-सिद्धि दक्षिण वाम विराजे, अरु आनन्द सों चँवर करें।
धूप दीप और लिए आरती, भक्त खड़े जयकार करें॥


गुड़ के मोदक भोग लगत है, मुषक वाहन चढ़ा करें।
सौम्यरुप सेवा गणपति की, विध्न भागजा दूर परें॥


भादों मास और शुक्ल चतुर्थी, दिन दोपारा पूर परें ।
लियो जन्म गणपति प्रभुजी ने, दुर्गा मन आनन्द भरें॥


अद्भुत बाजा बजा इन्द्र का, देव वधू जहँ गान करें।
श्री शंकर के आनन्द उपज्यो, नाम सुन्या सब विघ्न टरें॥


आन विधाता बैठे आसन, इन्द्र अप्सरा नृत्य करें।
देख वेद ब्रह्माजी जाको, विघ्न विनाशक नाम धरें॥


एकदन्त गजवदन विनायक, त्रिनयन रूप अनूप धरें।
पगथंभा सा उदर पुष्ट है, देख चन्द्रमा हास्य करें॥


दे श्राप श्री चंद्रदेव को, कलाहीन तत्काल करें।
चौदह लोक मे फिरे गणपति, तीन भुवन में राज्य करें॥


गणपति की पूजा पहले करनी, काम सभी निर्विघ्न सरें।
श्री प्रताप गणपतीजी को, हाथ जोड स्तुति करें॥


गणपति की सेवा मंगल मेवा, सेवा से सब विध्न टरें।
तीन लोक तैतिस देवता, द्वार खड़े सब अर्ज करे॥
(तीन लोक के सकल देवता, द्वार खड़े नित अर्ज करें॥)


Shlok:
व्रकतुंड महाकाय, सूर्यकोटी समप्रभः।
निर्वघ्नं कुरु मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा॥

ॐ गं गणपतये नमो नमः, श्री सिद्धिविनायक नमो नमः।
अष्टविनायक नमो नमः, गणपति बाप्पा मोरया॥


Ganpati Ki Seva Mangal Meva – Shri Ganesh Aarti

Suresh Wadkar


Ganesh Bhajan



गणपति की सेवा मंगल मेवा आरती का आध्यात्मिक महत्व

भगवान् गणेशजी की आरती, गणपति की सेवा मंगल मेवा में गणपतिजी की महिमा और उनकी सर्वव्यापकता के बारे में बताया गया है और साथ ही साथ इस आरती से हमें उनकी सेवा का महत्व भी पता चलता है।

यह आरती हमें बताती है की हमें हमेशा किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले गणेश जी की पूजा करनी चाहिए। क्योंकि इससे हमें सभी तरह के विघ्नों से मुक्ति मिलेगी और हम सुखमय जीवन जी पाएंगे।

हमें इस आरती से जो आध्यात्मिक बातें सीखने को मिलती है, उनमे से कुछ प्रमुख –


भक्ति और सेवा का महत्त्व

गणपति की सेवा मंगल मेवा, सेवा से सब विध्न टरें।

भजन में कहा गया है कि गणपतिजी की सेवा मंगलकारी है।

उनकी सेवा करने से सभी तरह के विघ्न दूर हो जाते हैं और हमारे जीवन में मंगल (शुभ) घटनाएँ होती हैं, इसलिए गणेशजी को विघ्नहर्ता और सुखकर्ता भी कहा जाता है।

यह हमें सिखाता है कि भक्ति और सेवा जीवन में बहुत महत्त्व रखती है। भक्ति से हमें भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है, और सेवा से हमारे जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है।


ईश्वर की सर्वव्यापकता

तीन लोक तैतिस देवता, द्वार खड़े सब अर्ज करे॥

गणेश जी की सेवा सभी देवताओं को प्रिय है। तीन लोक के तैंतीस करोड़ देवता गणपति के द्वार पर खड़े होकर उनकी अर्चना करते हैं, उनकी सेवा में खड़े होकर प्रार्थना करते हैं।

यह हमें ईश्वर की सर्वव्यापकता का संदेश देता है। ईश्वर हर जगह विद्यमान हैं।


भगवान की कृपा

ऋद्धि-सिद्धि दक्षिण वाम विराजे, अरु आनन्द सों चँवर करें।

गणपतिजी के दाएं और बाएं ओर ऋद्धि (समृद्धि) और सिद्धि (साधना) विराजमान हैं, मूर्तियाँ सुशोभित हैं, और वे उनके ऊपर आनंद से चँवर अर्थात पंखा (चंवर का अर्थ निचे दिया गया है) लहरा रही हैं।

इसका तात्पर्य यह है कि गणेश जी की सेवा से ऋद्धि-सिद्धि का भी आशीर्वाद मिलता है।

गणपति सभी प्रकार की धन-धान्य और सफलता के स्रोत हैं, और जब हम भगवान की भक्ति और सेवा करते हैं, तो उनकी कृपा से हमें सुख-शांति और समृद्धि प्राप्त होती है।

चँवर यानी की लंबे बालों का बना पंखा, जो राजाओं आदि के ऊपर मक्खियाँ आदि उड़ाने के लिए डुलाया जाता है – चँवर डुलाना।


भक्ति का सरल तरीका

धूप दीप और लिए आरती, भक्त खड़े जयकार करें॥
गुड़ के मोदक भोग लगत है, मुषक वाहन चढ़ा करें।

भजन में कहा गया है कि भक्त धूप, दीप और आरती लेकर गणपति की जयकार करते हैं। भक्तों को अपने इष्टदेव की सेवा में बहुत उत्साह होता है।

गुड़ के मोदक गणेश जी को बहुत प्रिय हैं, इसलिए गणेश भगवान को गुड़ के मोदक के भोग से प्रसन्न किया जा सकता है और मुषक गणेश जी का वाहन है।

यह हमें भक्ति के सरल तरीके का संदेश देता है। भक्ति करने के लिए हमें किसी विशेष साधन की आवश्यकता नहीं है। हम सरल तरीके से भी भगवान की भक्ति कर सकते हैं।


सौम्य रूप की महत्ता

सौम्यरुप सेवा गणपति की, विध्न भागजा दूर परें॥

भजन में कहा गया है कि गणपतिजी का सौम्य रूप है। यह हमें सौम्य रूप की महत्ता का संदेश देता है।

इन पंक्तियों से हमें यह भी सीखने को मिलता है कि जीवन में विघ्नों का सामना करना पड़ता है, लेकिन भक्ति और सेवा से हम इन विघ्नों को दूर कर सकते हैं।


क्यों किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले गणेशजी की पूजा करनी चाहिए?

गणपति की पूजा पहले करनी, काम सभी निर्विघ्न सरें।
श्री प्रताप गणपतीजी को, हाथ जोड स्तुति करें॥

श्री गणेशजी को प्रथम पूज्य माना जाता है और उनकी पूजा सबसे पहले करनी चाहिए।

भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है। वे हमें जीवन में आने वाली सभी बाधाओं से बचाते हैं। हमारे कार्यों में आने वाली बाधाओं को दूर करते हैं।

इसलिए, कोई भी कार्य शुरू करने से पहले भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए। इससे हमारे कार्य सफल होंगे और हमारे जीवन में सुख-समृद्धि आएगी।

भगवान गणेश की स्तुति करनी चाहिए। भगवान गणेश बुद्धि, ज्ञान, और समृद्धि के देवता हैं। इसलिए उनकी स्तुति करने से हमें इन सभी गुणों की प्राप्ति होती है।


भादों मास और शुक्ल चतुर्थी, दिन दोपारा पूर परें ।
लियो जन्म गणपति प्रभुजी ने, दुर्गा मन आनन्द भरें॥

भगवान गणेश का जन्म भादों मास की शुक्ल चतुर्थी को हुआ था। इस दिन को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। यह हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है।

भगवान गणेश का जन्म भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र के रूप में हुआ था। उनका जन्म एक अद्भुत घटना थी।

अद्भुत बाजा बजा इन्द्र का, देव वधू जहँ गान करें।
श्री शंकर के आनन्द उपज्यो, नाम सुन्या सब विघ्न टरें॥

इस पंक्ति में श्री गणेशजी की महिमा का वर्णन किया गया है। कहा गया है कि श्री गणेशजी देवताओं के द्वारा पूजे जाते हैं और उनके नाम सुनते ही सभी विघ्न दूर हो जाते हैं।

इसलिए श्री गणेशजी की पूजा करना बहुत ही महत्वपूर्ण है। उनकी पूजा करने से हमारे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।

आन विधाता बैठे आसन, इन्द्र अप्सरा नृत्य करें।
देख वेद ब्रह्माजी जाको, विघ्न विनाशक नाम धरें॥

भगवान् गणपति सभी देवताओं के आराध्य देव हैं और देवताओं द्वारा पूजे जाते है। इंद्र और ब्रह्माजी जैसे देवता भी इनकी पूजा करते हैं। और भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा है।

एकदन्त गजवदन विनायक, त्रिनयन रूप अनूप धरें।
पगथंभा सा उदर पुष्ट है, देख चन्द्रमा हास्य करें॥

भगवान गणेश का एकदंत, गजवदन, त्रिनयन रूप अनूप है। इनका उदर पगथंभा सा पुष्ट है। भगवान गणेश की तीन आंखें हैं, जो तीनों लोकों को देखती हैं। इनकी एक दांत है और ये हाथी के मुख वाले हैं।

दे श्राप श्री चंद्रदेव को, कलाहीन तत्काल करें।

चंद्रमा ने भगवान गणेश का अपमान किया था, इसलिए उन्होंने चंद्रमा को कलाहीन कर दिया।

इससे हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें किसी का अपमान नहीं करना चाहिए।

चौदह लोक मे फिरे गणपति, तीन भुवन में राज्य करें॥

भगवान गणेश चौदह लोक में विचरण करते हैं और तीन भुवन में राज्य करते हैं। यह पंक्ति गणेश भगवान की पूजा का महत्व और प्राथमिकता बताती है और भगवान गणेश के गुणों और विशेषताओं का वर्णन करती है। इनकी कृपा से हमारा जीवन सुखमय और सफल होता है।


Ganesh Bhajan



Mangal Ki Seva Sun Meri Deva – Lyrics in English


Kali Maa Aarti – Mangal Ki Seva Sun Meri Deva

Mangal ki seva sun meri deva,
hath jod tere dwar khade
Paan supaari dhvaja naariyal
le Jwala teri bhet dhare.

Sun Jagdambe na kar vilambe,
santan ke bhandaar bhare.
Santan pratipali sada khush-haali,
Jai Kali kalyaan kare.

Buddhi vidhaata tu jag maata,
mera kaaraj sidh kare.
Charan kamal ka liya aasara,
sharan tumhaari aan pade.

Jab jab bheed padi bhaktan par,
tab tab aap sahaay kare.
Santan pratipali sadaa khushaali,
Jai Kali kalyaan kare.

Guru ke vaar sakal jag mohayo,
taruni roop anoop dhare.
Maata hokar putr khilaave,
kahi bhaarya bhog kare.

Shukra sukhadai sada sahai,
sant khade jayakaar kare.
Santan pratipaali sada khushahaali,
Jai Kali kalyaan kare.

Brahma Vishnu Mahesh phal liye,
bhet den tere dvaar khade.
Atal sihaansan baithi meri maata,
Sir sone ka chhatra phire.

Vaar Shanichar kukam barano,
jab lunkad par hukum kare.
Santan pratipaali sada khushahaali,
Jai Kali kalyaan kare.

Khadag khappar trishul haath liye,
rakt bij ko bhasm kare.
Shumbh Nishumbh ko kshan mein maare,
Mahishaasur ko pakad dale.

Aadit Vaari Aadi Bhavaani,
jan apane ko kasht hare.
Santan pratipaali sada khushahaali,
Jai Kali kalyaan kare.

Kupit hokar daanav maare,
Chandamund sab choor kare.
Jab tum dekhi daya roop ho,
Pal mein sakant door kare.

Saumya swabhav dharayo meri maata,
Jan ki arj kabool kare.
Santan pratipaali sada khushaali,
Jai Kali kalyaan kare.

Saat baar ki mahima barani,
Sab gun kaun bakhaan kare.
Sinh pith par chadhi bhavaani,
Atal bhavan mein raajy kare.

Darshan paave mangal gaave,
Siddh saadhak teri bhet dhar.
Santan pratipaali sada khushahaali,
Jai Kali kalyaan kare.

Brahma ved padhe tere dvaare,
Shiv Shankar hari dhyaan dhare.
Indra Krishna teri kare aarati,
Chanvar Kuber dulaay rahe.

Jay janani jay maatu bhavaani,
atal bhavan mein raajy kare.
Santan pratipaali sada khushahaali,
Jay Kali kalyaan kare.

Mangal ki seva sun meri deva,
hath jod tere dwar khade
Paan supaari dhvaja naariyal
le Jwala teri bhet dhare.


Kali Maa Aarti – Mangal Ki Seva Sun Meri Deva

Narendra Chanchal


Durga Bhajan



Mangal Ki Seva Sun Meri Deva – Lyrics in Hindi


मंगल की सेवा सुन मेरी देवा – कालीमाता की आरती

मंगल की सेवा सुन मेरी देवा,
हाथ जोड तेरे द्वार खडे।

मंगल की सेवा सुन मेरी देवा,
हाथ जोड तेरे द्वार खडे।
पान सुपारी ध्वजा नारियल
ले ज्वाला तेरी भेट धरे॥

सुन जगदम्बे न कर विलम्बे,
संतन के भडांर भरे।
संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली,
जय काली कल्याण करे॥


बुद्धि विधाता तू जग माता,
मेरा कारज सिद्व करे।
चरण कमल का लिया आसरा,
शरण तुम्हारी आन पडे॥

जब जब भीड पडी भक्तन पर,
तब तब आप सहाय करे।
संतन प्रतिपाली सदा खुशाली,
जय काली कल्याण करे॥


गुरु के वार सकल जग मोहयो,
तरुणी रूप अनूप धरे।
माता होकर पुत्र खिलावे,
कही भार्या भोग करे॥

शुक्र सुखदाई सदा सहाई,
संत खडे जयकार करे।
सन्तन प्रतिपाली सदा खुशहाली,
जै काली कल्याण करे॥


ब्रह्मा विष्णु महेश फल लिये,
भेट देन तेरे द्वार खडे।
अटल सिहांसन बैठी मेरी माता,
सिर सोने का छत्र फिरे॥

वार शनिचर कुकम बरणो,
जब लुंकड़ पर हुकुम करे।
सन्तन प्रतिपाली सदा खुशाली,
जै काली कल्याण करे॥


खड्ग खप्पर त्रिशुल हाथ लिये,
रक्त बीज को भस्म करे।
शुम्भ निशुम्भ को क्षण में मारे,
महिषासुर को पकड दले॥

(रक्त बीज, शुम्भ निशुम्भ और महिषासुर वध के बारे में विस्तार से जानने के लिए – दुर्गा सप्तशती अर्थसहित पढ़े – दुर्गा सप्तशती)

आदित वारी आदि भवानी,
जन अपने को कष्ट हरे।
संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली,
जै काली कल्याण करे॥


कुपित होकर दानव मारे,
चण्डमुण्ड सब चूर करे।
जब तुम देखी दया रूप हो,
पल में सकंट दूर करे॥

सौम्य स्वभाव धरयो मेरी माता,
जन की अर्ज कबूल करे।
सन्तन प्रतिपाली सदा खुशहाली,
जै काली कल्याण करे॥


सात बार की महिमा बरनी,
सब गुण कौन बखान करे।
सिंह पीठ पर चढी भवानी,
अटल भवन में राज्य करे॥

दर्शन पावे मंगल गावे,
सिद्ध साधक तेरी भेट धरे।
संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली,
जै काली कल्याण करे॥


ब्रह्मा वेद पढे तेरे द्वारे,
शिव शंकर हरी ध्यान धरे।
इन्द्र कृष्ण तेरी करे आरती,
चंवर कुबेर डुलाय रहे॥

जय जननी जय मातु भवानी,
अटल भवन में राज्य करे।
संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली,
जय काली कल्याण करे॥


मंगल की सेवा सुन मेरी देवा,
हाथ जोड तेरे द्वार खडे।
पान सुपारी ध्वजा नारियल
ले ज्वाला तेरी भेट धरे॥

मंगल की सेवा सुन मेरी देवा,
हाथ जोड तेरे द्वार खडे।
पान सुपारी ध्वजा नारियल
ले ज्वाला तेरी भेट धरे॥


Kali Maa Aarti – Mangal Ki Seva Sun Meri Deva

Narendra Chanchal


Durga Bhajan



Raghupati Raghav Raja Ram – Shri Ram Dhun – Lyrics in English


Raghupati Raghav Raja Ram – Shri Ram Dhun

Raghupati Raghav Raja Ram
Patit pavan Sita Ram
Sita Ram, Sitaram,
Bhaj man pyaare Sita Ram

Raghupati Raghav Rajaram
Patita Pavan Sita Ram

Ishwar Allah tero naam,
Sab ko sanmati de Bhagwan
Raghupati Raghav Raja Ram
Patita pavan Sita Ram

Jai Raghunandan Jai Siya Ram
Janaki Vallabh Sita Ram
Raghupati Raghav Raja Ram
Patita pavan Sita Ram

Raghupati Raghav Raja Ram
Patit pavan Sita Ram
Sita Ram, Sitaram,
Bhaj man pyaare Sita Ram

Raghupati Raghav Rajaram
Patita Pavan Sita Ram

Original Lyrics of Raghupati Raghav Raja Ram:

(From “Shri Nama Ramayanam” written by Lakshmanacharya)

Raghupati Raghava Raja Ram
Patita paavana Sita Ram

Sunder vigraha meghashyam
Ganga Tulsi Shalagram

Bhadra Girishwara Sita Ram
Bhagat janapriya Sita Ram

Janaki ramana Sita Ram
Jai jai Raghav Sita Ram

Raghupati Raghav Raja Ram
Patit paavan Sita Ram

Raghupati Raghav Raja Ram – Shri Ram Dhun

Hari Om Sharan


Prayer Songs – Prayers



Raghupati Raghav Raja Ram – Shri Ram Dhun – Lyrics in Hindi


रघुपति राघव राजाराम

रघुपति राघव राजाराम,
पतित पावन सीताराम।

रघुपति राघव राजाराम,
पतित पावन सीताराम।
सीताराम सीताराम,
भज मन प्यारे सीताराम॥

रघुपति राघव राजाराम,
पतित पावन सीताराम॥


ईश्वर अल्लाह तेरो नाम,
सब को सन्मति दे भगवान।
रघुपति राघव राजाराम,
पतित पावन सीताराम॥


जय रघुनंदन जय सिया राम
जानकी वल्लभ सीताराम।
रघुपति राघव राजाराम
पतित पावन सीताराम॥


रघुपति राघव राजाराम,
पतित पावन सीताराम।
सीताराम सीताराम,
भज मन प्यारे सीताराम॥

रघुपति राघव राजाराम,
पतित पावन सीताराम॥

Original Lyrics of Raghupati Raghav Raja Ram:

श्री लक्ष्मणाचार्य द्वारा लिखित श्री नम: रामायणम् से

रघुपति राघव राजाराम
पतित पावन सीताराम।

सुंदर विग्रह मेघश्याम
गंगा तुलसी शालग्राम॥


भद्रगिरीश्वर सीताराम
भगत-जनप्रिय सीताराम।

जानकीरमणा सीताराम
जयजय राघव सीताराम॥


रघुपति राघव राजाराम
पतित पावन सीताराम॥

रघुपति राघव राजाराम,
पतित पावन सीताराम॥


Raghupati Raghav Raja Ram – Shri Ram Dhun

Hari Om Sharan


Prayer Songs – Prayers



Hey Ram, Hey Ram, Jag Me Sacho Tera Naam – Lyrics in English


Hey Ram, Hey Ram, Jag Me Sacho Tera Naam

Hey Ram, Hey Ram
Hey Ram, Hey Ram
Jag mein sacho tero naam

Hey Ram, Hey Ram
Hey Ram, Hey Ram


Tu hi mata, tu hi pita hai
Tu hi to hai Radha ka Shyam
Hey Ram, Hey Ram
Hey Ram, Hey Ram


Tu antaryami, sabka swami
Tere charno men charo dhaam
Hey Ram, Hey Ram
Hey Ram, Hey Ram


Tu hi bigade, tu hi sawaren
Iss jag ke sare kaam
Hey Ram, Hey Ram
Hey Ram, Hey Ram


Tu hi jagdata, vishwavidhata
Tu hi subah, tuhi shaam
Hey Ram, Hey Ram
Hey Ram, Hey Ram


Hey Ram, Hey Ram – Hey Ram, Hey Ram
Jag mein sancho tero naam
Hey Ram, Hey Ram – Hey Ram, Hey Ram


Hey Ram, Hey Ram, Jag Me Sacho Tera Naam

Jagjit Singh


Ram Bhajan



Hey Ram, Hey Ram, Jag Me Sacho Tera Naam – Lyrics in Hindi


हे राम, हे राम, जग में सांचो तेरो नाम

हे राम, हे राम – हे राम, हे राम
जग में सांचो तेरो नाम
हे राम, हे राम – हे राम, हे राम


तू ही माता, तू ही पिता है
तू ही तो है राधा का श्याम
हे राम, हे राम – हे राम, हे राम


तू अंतर्यामी, सबका स्वामी
तेरे चरणों में चारो धाम
हे राम, हे राम – हे राम, हे राम


तू ही बिगाड़े, तू ही संवारे
इस जग के सारे काम
हे राम, हे राम – हे राम, हे राम


तू ही जगदाता, विश्वविधाता
तू ही सुबह, तू ही शाम
हे राम, हे राम – हे राम, हे राम


हे राम, हे राम – हे राम, हे राम
जग में सांचो तेरो नाम
हे राम, हे राम – हे राम, हे राम


Hey Ram, Hey Ram, Jag Me Sacho Tera Naam

Jagjit Singh


Ram Bhajan



राम नाम जप

नामकी महिमा अपार है। यह भगवानकी प्रत्यक्ष विभूति है। नामजपके अमित प्रभावसे डाकू रत्नाकर महर्षि वाल्मीकि बन गये।

आशुतोष भगवान् शंकरने नामजपके प्रभावसे ही हलाहलको कण्ठमें धारण कर लिया और नीलकण्ठ बनकर संसारको भस्मीभूत होनेसे बचा लिया।

भगवन्नामकी ऐसी अपार महिमाको समझकर जो नाम-जपका आश्रय लेते हैं, उनका यह लोक और परलोक दोनों आनन्दसे परिपूर्ण हो जाते हैं।

नामके प्रभावसे असंख्य साधकोंको चमत्कारमयी सिद्धियाँ प्राप्त हुईं। साधारण मानव यदि महान् विपत्तियों और दुर्निवार संकटोंके आनेपर भगवन्नाम स्मरणका सहारा ले तो निश्चय ही उसको संकटोंसे मुक्ति मिल जाती है।

नामजपके प्रभावसे ही भक्तशिरोमणि बालक प्रह्लादको धधकती हुई ज्वाला भस्म नहीं कर सकी, बालक ध्रुवको अविचल पदवी प्राप्त हुई।

नामजपके प्रभावसे महावीर हनुमानजीने रामको अपना ऋणिया बनाकर अपने वशमें कर लिया।

इस घोर कलिकालमें भी जो बड़भागी भगवन्नामका आश्रय नहीं छोड़ते, उनके सभी शास्त्रानुमोदित कार्य सफल होते हैं । भगवन्नामके प्रभावसे माता और पिताकी भाँति सदैव उनकी अलक्षित रूपसे सुरक्षा होती रहती है।

मानव-जीवनके कल्याणका सर्वसुलभ एवं सर्वोत्तम साधन नामजप ही है। इसलिए तापसंतप्त मानवके लिये ईश्वरके नाम जापसे अधिक सरल सुगम कोई अन्य उपाय और साधन नहीं है।

नामजपकी अपार महिमाका वर्णन लेखनी और वाणीसे सम्भव नहीं है। उसकी सुखद अनुभूति तो इस पथके पथिकको अर्थात भक्तिपूर्वक नाम जप करनेवाले को ही हो सकती है।


Ram Bhajan



Ram Kahani, Suno Re Ram Kahani


Ram Bhajan

राम कहानी, सुनो रे राम कहानी


राम कहानी, सुनो रे राम कहानी
राम कहानी, सुनो श्री राम कहानी
कहत सुनत आवे, अंखियो में पानी।

राम कहानी, सुनो रे राम कहानी
राम कहानी, सुनो श्री राम कहानी
श्री राम, जय राम, जय जय राम
श्री राम, जय राम, जय जय राम

दशरथ के राज दुलारे,
कौशल्या की आँख के तारे।
वे सूर्य वंश के सूरज,
वे रघुकुल के उजियारे।
राजीव नयन बोलें,
मधुभरी वाणी॥

राम कहानी, सुनो श्री राम कहानी
राम कहानी, सुनो रे राम कहानी
श्री राम, जय राम, जय जय राम
श्री राम, जय राम, जय जय राम

शिव धनुष भंग प्रभु करके,
ले आए सीता वर के।
घर त्याग भये वनवासी,
पित की आज्ञा सर धर के।
लखन सिया ले संग,
छोड़ी रजधानी॥

राम कहानी, सुनो श्री राम कहानी
राम कहानी, सुनो रे राम कहानी
श्री राम, जय राम, जय जय राम
श्री राम, जय राम, जय जय राम

खल भेष भिक्षु का धर के,
भिक्षा का आग्रह करके।
उस जनक सुता सीता को,
छल बल से ले गया हर के।
बड़ा दुःख पावे,
राजा राम जी की रानी

राम कहानी, सुनो श्री राम कहानी
राम कहानी, सुनो रे राम कहानी
श्री राम, जय राम, जय जय राम
श्री राम, जय राम, जय जय राम

श्री राम ने मोहे पठायो,
मैं राम दूत बन आयो।
सीता माँ की सेवा में,
रघुवर का संदेसा लायो।
और संग लायो,
प्रभु मुद्रिका निसानी॥

राम कहानी, सुनो श्री राम कहानी
राम कहानी, सुनो रे राम कहानी
श्री राम, जय राम, जय जय राम
श्री राम, जय राम, जय जय राम

Ram Kahani, Suno Re Ram Kahani
Ram Kahani, Suno Re Ram Kahani

राम कहानी, सुनो रे राम कहानी
श्री राम, जय राम, जय जय राम

Ram Bhajans

Ram Kahani, Suno Re Ram Kahani

Shri Ravindra Jain

https://www.youtube.com/watch?v=G7L-9HGy_e8

Ram Kahani, Suno Re Ram Kahani

Ram kahani, suno re ram kahani
Ram kahani, suno Shri Ram kahani
Kahat sunat aave, ankhiyo mein paani

Ram kahani, suno re Ram kahani
Ram kahani, suno Shri Ram kahani
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram

Dasharath ke raaj dulaare,
kaushalya ki aankh ke taare
ve surya vansh ka suraj,
ve raghukul ke ujiyaare
raajiv nayan bole
madhubhari vaani.

Ram kahani, suno Shri Ram kahani
Ram kahani, suno re Ram kahani
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram

Shiv dhanush bhang prabhu karke,
le aaya Sita var ke.
Ghar tyaag bhaye vanvaasi,
pita ka aadesh sar dhar ke.
Lakhan Siya le saath,
chhodi rajdhani

Ram kahani, suno Shri Ram kahani
Ram kahani, suno re ram kahani
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram

Khal bhesh bhikshu ka dhar ke,
bhiksha ka aagrah karke.
Us janak suta Sita ko,
chhal bal se le gaya har ke.
Bada duhkh paave,
raja Ram ji ki raani.

Ram kahani, suno Shri Ram kahani
Ram kahani, suno re Ram kahani
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram

Shri Ram ne mohe pathayo,
main Ram doot ban aayo.
Sita maa ki seva mein,
Raghuvar ka sandesa layo.
Aur saath layo,
prabhu mudrika nisaani

Ram kahani, suno Shri Ram kahani
Ram kahani, suno re ram kahani
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram

Ram Kahani, Suno Re Ram Kahani
Ram Kahani, Suno Re Ram Kahani

Ram kahani, suno re ram kahani
Shri Ram, Jay Ram, Jay Jay Ram

Nand Ke Anand Bhayo – Lyrics in English


Nand Ke Anand Bhayo – Janmashtami Bhajan

Anand umang bhayo, jai Kanhaiya lal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki. – 2

Brij mein aanand bhayo, jai Yashoda lal ki.
Haathi ghoda paalaki, jai Kanhaiya lal ki. – 2

Jai ho Nandlal ki, jai Yashoda lal ki.
Gokul mein aanand bhayo, jai Kanhaiya lal ki. – 2

Hey Anand umang bhayo, jai Kanhaiya lal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.

Hey Brij mein aanand bhayo, jai Yashoda lal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.


Hey Anand umang bhayo, jai ho Nandlal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.

Hey Brij mein aanand bhayo, jai Yashoda lal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.

Anand umang bhayo, jai ho Nandlal ki.
Gokul me aanand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.

Jai ho Nandlal ki, jai Yashoda lal ki.
Haathi ghoda paalaki, jai Kanhaiya lal ki.

Anand umang bhayo, jai ho Nandlal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.

Brij mein aanand bhayo, jai Yashoda lal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.

Anand umang bhayo, jai ho Nandlal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.


Koti brahmaand ke adhipati lal ki.
Haathi ghoda paalaki, jay Kanhaiya lal ki.

Gaue charaane aaye, jay ho pashupaal ki.
Gokul mein aanand bhayo, jay Kanhaiya lal ki.

Koti brahmaand ke adhipati lal ki.
Nand ke anand bhayo, jay Kanhaiya lal ki.

Gauye charane aaye, jay ho pashupaal ki.
Nand ke anand bhayo, jay Kanhaiya lal ki.


Poonam ke chaand jaisi shobha hai baal ki.
Haathi ghoda paalaki, jai Kanhaiya lal ki.

Anand umang bhayo, jai Kanhaiya lal ki.
Gokul mein aanand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.

Koti brahmaand ke adhipati lal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.

Gauye charane aaye, jai ho pashupaal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.


Bhakto ke aanand-kand jai Yashoda lal ki.
Haathi ghoda paalaki, jai Kanhaiya lal ki.

Jai ho Yashoda lal ki, jai ho Gopal ki.
Gokul mein aanand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.

Koti brahmaand ke adhipati lal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.

Gauye charane aaye, jai ho pashupaal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.


Anand se bolo sab, jai ho Brij lal ki.
Haathi ghoda paalaki, jai Kanhaiya lal ki.

Jai ho Brijlal ki, paavan pratipaal ki.
Gokul mein aanand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.

Koti brahmaand ke adhipati lal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.

Gauye charane aaye, jai ho pashupaal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.


Anand umang bhayo, jai ho Nandlal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.

Brij mein aanand bhayo, jai Yashoda lal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.

Jai ho Nandlal ki, jai Yashoda lal ki.
Haathi ghoda paalaki, jai Kanhaiya lal ki.


Anand umang bhayo, jai ho Nandlal ki.
Haathi ghoda paalaki, jai Kanhaiya lal ki.

Brij mein aanand bhayo, jai Yashoda lal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.

Jai ho Nandlal ki, jai Yashoda lal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.


Anand umang bhayo, jai ho Nandlal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.

Brij mein aanand bhayo, jai Yashoda lal ki.
Nand ke anand bhayo, jai Kanhaiya lal ki.

Bolo shri Krishna Kanhaiya lal ki jay


Nand Ke Anand Bhayo – Janmashtami Bhajan


Krishna Bhajan