गणपति राखो मेरी लाज, पुरण कीजो मेरे काज


गणपति राखो मेरी लाज

गणपति राखो मेरी लाज,
पुरण कीजो मेरे काज।

तू भक्तो का प्यारा है,
सबका पालन हारा है।
सुख दायक भय हारी तू,
करता मूषक सवारी तू।,

तू ही विघ्न विनाशक है,
दीन जनो का रक्षक है।
तेरा ही हम नाम जापे,
तुझको हम प्रणाम करे।


सदा रहे खुशहाल, गणपति लाल,
जो प्रथम में तुम्हे ध्याये।

रिद्धि सिद्धि के दाता, ओ भाग्यविधाता,
वो सब कुछ तुमसे पाए,।

विनती सुनलो मेरी आज,
गणपति राखो मेरी लाज॥

गणपति राखो मेरी लाज,
पुरण कीजो मेरे काज।


कभी ना टूटे आस, मेरा विश्वास,
मैं आया शरण तुम्हारी।

हे शम्भू कैलाश, प्रभु कृपाल,
तेरी है महिमा न्यारी।

तेरी दया का मैं मोहताज,
गणपति रखो मेरी लाज॥


गणपति राखो मेरी लाज,
पुरण कीजो मेरे काज।


Ganpati Rakho Meri Laaj

Anuradha Paudwal


Ganesh Bhajan